शाहबाज़ भट्टी को ‘शहीद’ घोषित किये जाने पर विचार हो
रोम, 5 मार्च, 2012 (सीएनए) पाकिस्तान के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शाहबाज़ भट्टी
की हत्या की पहली बरसी पर रोम में कई कार्यक्रम आयोजित किये गये और बहुतों ने इस बात
पर बल दिया किया उन्हें ‘शहीद’ घोषित किया जाये।
स्कॉटलैंड के संत अन्ड्रूज़ और
एडिनबर्ग के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल कीथ पैट्रिक ‘ओ’ ब्राएन ने कहा,"काथलिक कलीसिया
को शाहबाज़ भट्टी को संत घोषित जाने की संभावना पर "गंभीरतापूर्वक विचार" करे।"
‘चर्च
इन नीड’ को संबोधित करते हुए कार्डिनल कहा,"शाहबाज़ के बारे मे जो जानकारी हमें प्राप्त
हैं उससे कहा जा सकता है कि वे सचमुच ईश्वरीय व्यक्ति थे जिन्होंने साहसपूर्वक अपने ख्रीस्तीय
जीवन को जीया।"
उन्होंने कहा,"येसु के प्रति उनका जो समर्पण था वह इस बात का संकेत
है कि उनके विश्वास की परख हो और एक सही समय में उसे वेदी का सम्मान प्राप्त हो सके।"
विदित
हो कि शाहबाज़ भट्टी ने पाकिस्तान में एक काथलिक कैबिनेट मंत्री के रूप में धार्मिक स्वतंत्रता
और अल्पसंख्यकों पर होने वाले उत्पीड़न के विरुद्ध अपनी आवाज उठायी थी।
उन्हें
पिछले वर्ष 2 मार्च को भट्टी को उस समय तीन बन्दुकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी
जब उन्होंने अपनी माँ से मिलने के बाद ऑफिस के रास्ते पर थे।
शाहबाज़ के बारे
बोलते हुए सेवानिवृत्त महाधर्माध्यक्ष लौरेंस जे. सलदान्हा ने कहा, "भट्टी अन्य राजनीतिज्ञों
से भिन्न थे, उनका जीवन येसु मसीह से प्रेरित था और उसने सत्य, न्याय और स्वतंत्रता के
लिये अपनी जीवन बलिदान कर दिया।"
कार्डिनल‘ओ’ब्राएन ने कहा,"यह कितना अच्छा होता
यदि भट्टी एक दिन पाकिस्तान और एशिया के लिये न्याय और शांति का संरक्षक घोषित कर दिये
जाते"
यह भी ज्ञात हो कि 2 मार्च को रोम में अवस्थित संत बार्थोलोमी की बसिलिका
में एजिदियो समुदाय के सदस्यों ने भी भट्टी की याद की।
उन्होंने भट्टी को उसके
भाई पौल द्वारा दिये गये बाईबल को बसिलिका की उस वेदी में रखा जो एशिया के शहीदों के
लिये समर्पित है।