लोकतंत्र का निर्माण तानाशाही को धराशायी करने से अधिक कठिन
रोम 1 फरवरी 2012 (सीएनएस) टयूनिशिया में परिवर्तन से जुड़े एक नेता रसीद गनुशी ने
कहा है कि उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व देशों के मुसलमान और ईसाई पहचानते हैं कि तानाशाही
को समाप्त करके लोकतंत्र का निर्माण करना अधिक कठिन काम है लेकिन वे इस स्वपन् को साकार
करने के लिए समर्पित हैं। टयूनिशिया में एन्नाहादा अभियान के बुद्धिजीवी नेता रशीद
गनुशी ने अरब क्रांति अभियान पर रोम में आयोजित एक सम्मेलन को 29 फरवरी को सम्बोधित किया
जिसका आयोजन रोम आधारित लोकधर्मी समुदाय संत एजेदियो समुदाय ने किया था। इस सम्मेलन में
भूमध्यसागरीय क्षेत्र के अनेक ईसाई और मुसलमान धार्मिक और राजनैतिक नेताओं ने भाग लिया
ताकि लोकतंत्र समर्थक अभियान विशेष रूप से ईसाई मुसलमान संबंध पर विचार विमर्श कर सकें।
सम्मेलन के प्रतिभागियों का स्वागत संत एजेदियो समुदाय के संस्थापक निदेशक अंद्रेया रिकार्डि
ने किया जो इस समय इटली के अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय के मंत्री हैं। श्री गनुशी
ने कहा कि पाश्चात्य जगत में अनेक लोगों में विश्वास और राजनीति को एकसाथ मुसलमानों द्वारा
देखे जाने के बारे में पूर्वाग्रह हैं मानो इस्लाम और लोकतंत्र एक दूसरे के विपरीत हैं।
उन्होंने कहा कि मुसलमान चाहते हैं कि वे ठीक वैसा कर सकें जैसा कि रिकार्डी ने किया
है- धार्मिक विश्वासी बने रहें और उनका विश्वास जो उनकी राजनैतिक गतिविधि को सचेत रखे।
अरब क्रांति ने सबसे महत्वपूर्ण काम किया है कि इसने धार्मिक मूल्यों तथा राजनैतिक जीवन
में इन मूल्यों को उचित स्थान दिये जाने की पुर्नखोज कराया है। उन्होंने कहा कि भिन्नताओं
के मूल्यों का आंकलन करना उनके लिए नया है। तानाशाही के अंदर बहुत दबाव के तहत व्यवस्था
कायम रखी जाती थी। इसलिए नवीन लोकतंत्रों को समन्वित प्रयास करना है कि देश के जीवन में
सब नागरिकों को शामिल करते हुए सामाजिक सौहार्द बनायें।