वाटिकन सिटीः सिरिया के लोगों को लोकोपकारी सहायता पहुँचाना अनिवार्य, कहना परमधर्मपीठीय
राजदूत का
वाटिकन सिटी, 28 फरवरी सन् 2012 (सेदोक): मिस्र में परमधर्मपीठ के राजदूत तथा अरब लीग
में परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष माईकिल फिट्सजेराल्ड ने वाटिकन रेडियो
को दी एक भेंटवार्ता में कहा कि सिरिया के लोगों को लोकोपकारी सहायता पहुँचाना अनिवार्य
है।
उन्होंने कहा कि सिरियाई सरकार की कार्रवाई का आलोचना के बावजूद इस समय यह
अनिवार्य है कि सिरियाई सरकार इस बात का आश्वासन दे कि सिरिया की जनता तक लोकोपकारी सहायता
पहुँच रही है।
महाधर्माध्यक्ष फिट्सजेराल्ड सिरिया पर ट्यूनिस में आयोजित सम्मेलन
के बिन्दुओं पर चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ट्यूनिस सम्मेलन ने सिरिया
की स्थिति पर विश्व की चिन्ता को अभिव्यक्ति दी है। उन्होंने कहा कि यह बात ध्यान देने
योग्य है कि इस सम्मेलन में सिरिया की सरकार उपस्थित नहीं थी बल्कि सिरियाई राष्ट्रीय
समिति अर्थात् केवल विपक्षी दल के प्रतिनिधि उपस्थित थे सरकार नहीं। इसी प्रकार चीन एवं
रूस भी उपस्थित नहीं थे।
महाधर्माध्यक्ष महोदय ने स्पष्ट किया कि उक्त सम्मेलन
सिरियाई लोगों के मित्रों का सम्मेलन था सिरिया की सरकार का नहीं। इसमें इस तथ्य पर बल
दिया गया कि सिरिया के लोगों को सभी सम्भव लोकोपकारी एवं राहत सहायता का आश्वासन देना
अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इतने अधिक लोगों के हताहत एवं घायल होने की पृष्टभूमि में
सिरिया की सरकार को यह आश्वासन देना होगा कि वह देश में चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों,
दवाओं, खाद्य पदार्थों एवं अन्य जीवन आवश्यक वस्तुओं के प्रवेश को सुगम बनायेगी।