न्यू यॉर्कः "एक्यूमेनिकल विमेन" ख्रीस्तीय संगठन संयुक्त राष्ट्र संघ के सत्र में
न्यू यॉर्क, 28 फरवरी सन् 2012 (सेदोक): ख्रीस्तीयों के बीच वार्ताओं को प्रोत्साहित
करने के लिये गठित विश्वव्यापी "एक्यूमेनिकल विमेन" ख्रीस्तीय संगठन 27 फरवरी से पाँच
मार्च तक, न्यू यॉर्क में महिलाओं की स्थिति पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र संघ के 56 वें
सत्र में भाग ले रहा है। यह सत्र नौ मार्च तक जारी रहेगा।
वाटिकन द्वारा सोमवार
को प्रकाशित "एक्यूमेनिकल विमेन" ख्रीस्तीय संगठन की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि न्याय
हमारे विश्वास का केन्द्र बिन्दु है इसलिये न्याय पर आधारित समाज का निर्माण करने तथा
महिलाओं के विरुद्ध हर प्रकार के भेदभाव एवं हिंसा को समाप्त करने के लिये हम कृत संकल्प
हैं। विज्ञप्ति में कहा गया कि इस उद्यम में "एक्यूमेनिकल विमेन" संगठन महिलाओं के पक्ष
में कार्यरत सभी लोकोपकारी संस्थाओं और विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र संघ के साथ वार्ताएँ
स्थापित कर ख्रीस्तीय विश्वास का साक्ष्य देना चाहता है।
संयुक्त राष्ट्र संघ
के उक्त सत्र में ग्रामीण महिलाओं तथा हाशिये पर जीवन यापन करनेवाली निर्धन महिलाओं की
कठिनाईयों पर विशद विचार विमर्श किया जा रहा है। विज्ञप्ति में कहा गया कि "एक्यूमेनिकल
विमेन" संगठन हिंसा, निर्धनता एवं भेदभावों से महिलाओं की रक्षा करने हेतु ख्रीस्तीय
संगठनों की पहलों की ओर विश्व का ध्यान आकर्षित करना चाहता है।
विभिन्न कलीसीयाएँ,
ख्रीस्तीय समुदाय, लूथरन ख्रीस्तीय फेडरेशन, साल्वेशन आर्मी ख्रीस्तीय संगठन तथा अमरीका,
ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूज़ीलैण्ड के ख्रीस्तीय विद्यार्थी संगठनों के प्रतिनिधि, सन् 2000
में स्थापित, "एक्यूमेनिकल विमेन" संगठन के सदस्य हैं।