नई दिल्ली, 25 फरवरी, 2012(कैथन्यूज़) पूर्व प्रशासनिक सेवाकर्मी पी. सिवाकमी ने कहा,
"वे सरकार से अपील करतीं हैं कि अगला राष्ट्रपति एक ईसाई को बनाया जाये।"
सिवाकमी
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहीं थीँ। उन्होंने का "ईसाई राष्ट्रपति राष्ट्र
में उस ईसाई समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे जो देश में असुरक्षित महसूस करता है।
तमिलनाडू
के समुगा समातुवा पादई दल की अध्यक्षा सिवाकमी ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने
अपनी पार्टी लक्ष्यों के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा उनकी पार्टी चाहती है कि वह
अल्पसंख्यकों और उपेक्षित समुदायों के हकों के लिये कार्य करे।
अपनी योजना के
बारे में बतलाते हुए पार्टी अध्यक्षा ने कहा कि उनकी योजना है कि वह विभिन्न राज्यों
का दौरा करेगी और पार्टी अध्यक्षों से मिलकर इस मुद्दे पर सहमति बनाने का प्रयास करेंगी।
उन्होंने पार्टी के सदस्यों से कहा है कि वे पोस्टरों और बैनरों के द्वारा लोगों
में जागरुकता पैदा करें।
राष्ट्रपति उम्मीदवार की योग्यता के बारे में उन्होंने
कहा कि वह साफ छवि वाला हो, सार्वजनिक कल्याण में रुचि रखता हो और अंतरराष्ट्रीय स्तर
पर कार्य करने की क्षमता रखता हो।
उन्होंने यह भी कहा कि यह ज़रूरी नहीं है कि
वह राजनीतिक पार्टियों का बड़ा जानकार हो।
भूतपूर्व प्रशासनिक अधिकारी सिवाकमी
ने कहा कि "अभी उसके पास राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिये कोई नाम नहीं है पर जल्द
ही उपयुक्त उम्मीदवार निकल आयेंगे।
सिवाकमी ने कहा, "देश में प्रत्येक अल्पसंख्यक
समुदाय से राष्ट्रपति बनाये जा चुके हैं अब ईसाई राष्ट्रपति की बारी है।"
विदित
हो कि देश में जुलाई महीने में राष्ट्रपति चुनाव होगा।