फ़ैसलाबाद, 13 फरवरी, 2012(एशियान्यूज़) पाकिस्तान के फ़ैसलाबाद के फादर मुख़तार आलम
ने कहानियों का एक संकलन पंज़ाबी में प्रकाशित किया है । कहानियों के लक्ष्य है ईसाई
सिद्धांत आधार पर मानव कल्याण को बढ़ावा देना। कहानी संकलन का शीर्षक है "बेनुरान चोन
नूर" अर्थात् ‘ अंधकार में रहने वालों के लिये प्रकाश’। अंतरधार्मिक वार्ता के लिये
बनी आयोग के निदेशक फादर आफ़ताब जेम्स पौल ने इस क़िताब की तारीफ़ करते हुए कहा कि इससे
कलीसिया की शिक्षा का प्रचार होगा। फ़ैसलाबाद के विकर जेनरल फादर ख़ालिद रशीद असी
ने कहा,"पाकिस्तान के इतिहास में ख्रीस्तीय लेखकों की ओर से यह एक महत्वपूर्ण योगदान
है।" इस लघु कथा संकलन में एक ओर जानवरों को पात्र बना कर जीवन में ‘उत्तम चुनाव’
करने की प्रेरणा है दूसरी ओर सामाजिक बुराइयों की आलोचना भी की गयी है। कहानी में उपमाओं
का प्रयोग कर हिंसा और भेदभाव से ऊपर उठकर शांतिमय जीवन जीने की प्रेरणा दी गयी है। ‘एशियान्यूज़’
से बात करते हे लेखक और कवि फादर आलम ने कहा, उन्होंने अपनी माँ से कहानियाँ सुनी थी
और इन कहानियों में वह उन बातों को जोड़ने का प्रयास किया है। उनकी आशा है कि लोग विभिन्न्ताओं
का सम्मान करेंगे और अपने जीवन और दूसरों विशेष करके समाज के दरकिनार लोगों के प्रति
सकारात्मक परिवर्तन लायेंगे। लाहौर के मुस्लिम लेखक प्रवीन मलिक ने कहा, "फादर मुख़तार
आलम की कहानी पंजाबी भाषा के लिये एक अनुपम भेंट है जिसमें प्रेम, शांति और सद्भावना
का अनोखा संयोग है।" पेशावर के नज़ीब अली शाह ने कहा, "प्रत्येक लेखक का यह दायित्व
है वह समाज के विभिन्न समुदायों को एक साथ जोड़े।" एक अन्य लेखक अल्लमा गुलाम रसूल
ने लेखक फादर आलम की सराहना वैसी ‘कटु शब्दों’ के लिये की जिन्हें लेखक ने उनके लिये
प्रयुक्त किया है जो दूसरे धर्मों भाषाओं और विचारों के साथ असहिष्णुता दिखाते और हिंसक
वारदातें करते।