2012-02-04 15:15:00

"ईसाई समुदाय पर बार-बार आक्रमण होना ‘अति ज़्यादा’ है।"


मुम्बई,4 फरवरी, 2012 (एशियान्यूज़) ग्लोबल कौंसिल ऑफ इंडियन क्रिश्चियन के अध्यक्ष साजन के जोर्ज ने कहा है, "ईसाई समुदाय पर बार-बार आक्रमण होना ‘अति ज़्यादा’ है।"

जनवरी में एक छत्तीसगढ़ राज्य में अति राष्ट्रवादी हिन्दू चरमपंथियों के एक दल ने एक पेंटेकोस्टल पादरी राजेन्द्र मसीह पर बलात् धर्मपरिवर्तन के आरोप में हमला किया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंगलवार 31 जनवरी को को बजरंगदल के युवा संगठन के कुछ चरमपंथी सदस्यों ने रेभ. राजेन्द्र मसीह पर उस समय हमला किया जब उन्होंने येसु के जीवन पर निर्मित ‘दया सागर’ नामक फिल्म का प्रदर्शन किया।

उपद्रवियों ने सिनेमा दिखाने वाले उपकरणों को तोड़ दिया और रेभ. राजेन्द्र और फिल्म देखने वालों के साथ मार-पीट की।

रेभ.राजेन्द्र ने बतलाया कि उनके चेहरे विशेष करके उनकी बायीं आँख में गंभीर चोट आयी है।

एक अन्य घटना में साबरमती में अवस्थित सन् 1947 से रेलवे द्वारा उपलब्ध किये गये ज़मीन पर बने ईसाई कब्र स्मारक को 25 जनवरी को बुलडोज़र से बरबाद कर दिया गया।

सूत्रों के अनुसार इस तोड़फोड़ करने के लिये स्थानीय पार्षद चंचलाबेन पारमर ने भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों को उकसाया था। पुलिस ने इस मामले में किसी को गिरफ़्तार नहीं किया है।

धर्मनगर के स्थानीय मेथोडिस्ट चर्च के पादरी मार्टिन हेक्टर ने कब्रस्थान के तोड़फोड़ के लिये सीधे रूप से चंचलाबेन पारमर, उसके पति और स्थानीय अधिकारियों को ज़िम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि स्थानीय विश्वासियों और उनकी सम्पति की सुरक्षा की नैतिक ज़िम्मेदारी स्थानीय पार्षद पर है पर इसमें वे पूरी तरह से असफल रहे हैं।


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