बंगलोर 3 फरवरी 2012 (ऊकान) भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन सीबीसीआई की 30 वीं
आमसभा बंगलोर में 1 से 8 फरवरी तक सम्पन्न हो रही है। जर्मन अनुदानदाता एजेंसी के प्रमुख
ने काथलिक चर्च से आग्रह किया है कि वह अपने मिशन काम में अधिवक्तृता काम (अडवोकेसी वर्क)
को महत्व दे। विकास सहयोग के लिए गठित जर्मन काथलिक धर्माध्यक्षीय संगठन " मिसेरियोर
" के निदेशक मान्यवर जोसेफ सायेर ने कहा कि भारतीय चर्च के पास अडवोकेसी वर्क के लिए
विशेषज्ञों तथा विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों का समूह होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रभु
येसु के सुसमाचार पर आधारित भारतीय चर्च भारतीय समाज के लिए बहुत व्यापक स्तर पर काम
करती है। उन्होंने कहा कि मिसेरियोर ने पिछले दशक में भारत की 1600 योजनाओं के लिए सहायता
उपलब्ध कराया है। मान्यवर सायेर ने कहा कि न्यायी, शांतिपूर्ण और मानवीय विश्व बनाने
के लिए अधिवक्तृता काम (अदवोकसी वर्क) का महत्व निरंतर बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा
कि इससे कलीसिया को मानव मर्यादा, न्याय और सबके अधिकारों विशेष रूप से निर्धनों के अधिकारों
की रक्षा और प्रसार करने के काम को जारी रखने में सहायता मिलेगी। उन्होंने जी 7 और
जी 8 आर्थिक शिखर सम्मेलनों के अनुभवों के आधार पर कहा कि इन मंचों पर कलीसिया की बातों
को गंभीरता से सुना और ग्रहण किया जाता है। कलीसिया केवल अपने बारे में तथा आंतरिक कठिनाईयों
के समाधान के लिए न लगी रहे लेकिन भारत के सब लोगों के लिए उसका मिशन है।