देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया
गया संदेश
वाटिकन सिटी 30 जनवरी 2012 (सेदोक, एशिया न्यूज ) संत पापा बेनेडिरक्ट 16 वें ने रविवार
29 जनवरी को संत पेत्रुस बासिलिका के प्रांगण में देश विदेश से आये लगभग 25 हजार तीर्थयात्रियों
और पर्यटकों को देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व सम्बोधित किया। उन्होंने
इताली भाषा में सम्बोधित करते हुए कहा- अतिप्रिय भाईयो और बहनो, इस रविवार का
सुसमाचार पाठ हमारे सामने येसु को प्रस्तुत करता है जो विश्रामवार के दिन कफरनाहूम के
यहूदी प्रार्थनालय में उपदेश दे रहे हैं। यह छोटा शहर जहाँ गलीलीया झील के किनारे पेत्रुस
और उनके भाई अंद्रेयस रहते थे। येसु ने अपदूत ग्रस्त एक आदमी को चंगा किया जिसने येसु
को ईश्वर के जन के रूप में पहचाना। वे अपने प्रवचन से लोगों को आश्चर्यचकित कर देते हैं।
उनकी ख्याति कुछ ही समय में पूरे क्षेत्र में फैल जाती है कि वे ईश्वर के राज्य का प्रचार
करते तथा सब प्रकार की बीमारियों से लोगों को चंगा करते हैं। संत जोन क्रिसोस्तम के अनुसार
प्रभु येसु जन समुदाय के लाभ के लिए प्रवचनों के विकल्प रूप में चमत्कारों के धर्मसिद्धान्तों
से आगे शब्दों और आश्चर्य कर्मों से परे जाते हैं । येसु द्वारा कहे गये शब्दों ने
तुरंत लोगों को पिता की इच्छा और अपने बारे जो सत्य है उन तक पहुँच के लिए खोला तथापि,
शास्त्री पवित्र धर्मग्रंथ की व्याख्या विभिन्न चिंतनों के साथ करते थे। येसु ने इससे
कहीं अधिक शब्दों की प्रभावशीलता को बुराई को दूर करनेवाले चिह्न के साथ जोड़ा और उपस्थित
प्रत्येक जन को ईश्वर की शक्ति पर चिंतन करने के लिए आमंत्रित किया। संत अथानासियुस अपने
पर्य़वेक्षण में लिखते हैं कि अपदूत को निकाल बाहर करने का आदेश दिव्य काम था वस्तुतः
प्रभु ने लोगों से सब प्रकार की बीमारियों को दूर किया। उनकी शक्ति देखते हुए कौन
अबतक संदेह करता कि वे ईश्वर के पुत्र, प्रज्ञा और शक्ति हैं। दिव्य अधिकार प्रकृति की
ताकत नहीं है। यह ईश्वर के प्रेम की शक्ति है जिन्होंने ब्रह्मांड की रचना की। उन्होंने
अपने एकलौते पुत्र में देहधारण किया। वे हमारी मानवता में आये, पाप से भ्रष्ट संसार को
चंगा किया। रोमानो गुआरदिनी लिखते हैं- येसु का सम्पूर्ण जीवन विनम्रता में शक्ति का
अनुवाद है। यहाँ सर्वोच्चाधिकारी स्वयं को सेवक रूप तक नीचे ले आते हैं। बहुधा मानव
के लिए प्राधिकार का अर्थ धन-सम्पत्ति, ताकत, नियंत्रण सफलता है तथापि, ईश्वर के लिए
प्राधिकार का अर्थ है सेवा, विनम्रता, प्रेम। इसका अर्थ है येसु के तर्क में प्रवेश करना
जो शिष्यों के पाँव धोने के लिए झुकते हैं। जो वास्तव में मानव का सच्चा कल्याण चाहते
हैं, जो घाव को चँगा करते हैं, जो प्रेम करने में समर्थ हैं, इतना महान कि अपना जीवन
तक दे डालते हैं क्योंकि वे प्रेम हैं। सियेना की संत कथरीना अपने एक पत्र में लिखती
है- हमें विश्वास के प्रकाश से सत्य में देखना और जानना है कि ईश्वर सर्वोच्च और अनन्त
प्रेम हैं तथा कुछ नहीं लेकिन हमारी भलाई चाहते हैं। अगले वृहस्पतिवार 2 फरवरी को
हम मंदिर में येसु के अर्पण का पर्व मनायेंगे, इसी दिन समर्पित जीवन का विश्व दिवस मनायेंगे।
हम विश्वासपूर्वक पवित्रतम कुँवारी माता मरिया से याचना करते हैं ताकि वे हमारी आत्मा
को मार्गदर्शन प्रदान कर हमेशा दिव्य करूणा की ओर ले चले जो हमारी मानवता को चंगा कर
मुक्त करते हैं तथा प्रेम की शक्ति से इसे हर प्रकार की कृपा और भलाई से भर देते हैं। इतना
कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक
आशीर्वाद प्रदान किया।