कारितास इंडिया ने मंत्री के विचार का प्रतिवाद किया
नई दिल्ली, 21 जनवरी, 2012 (कैथन्यूज़) अन्तरराष्ट्रीय संगठन कारितास के महासचिव मिखाएल
रोय ने कहा है कि कलीसिया सदा ही आम लोगों के हितों विशेष करके ग़रीबो के हितों के लिये
कार्य करती है। कारितास चाहती है कि लोगों के बीच आपसी सहयोग की भावना बढ़े और एक
धर्मनिर्पेक्ष ईश्वर में आस्था रखने वाला संगठित भारत का निर्माण हो। कारितास के
महासचिव ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने राज्य के एक मंत्री के उस वक्तव्य पर
अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की जिसमें मंत्री महोदय ने कारितास से कहा था कि वे कारितास
ऐसा कोई निर्णय न ले जो राज्य के लिये अहितकर हो। महासचिव रोय ने कहा कि कलीसिया
का पक्ष बिल्कुल स्पष्ट है वह ग़रीबों की आवाज़ है और किसी भी प्रकार का विद्रोह नहीं
करती। विदित हो कारितास की स्थापना के पचासवें वर्ष के अवसर पर आयोजित एक समारोह
में केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने अपने वक्तव्य में कहा था कि " कारितास कई बार इस
तरह का कदम उठाती है जो लोगों बाँटती है जो राज्य के लिये अहितकर है।" उन्होंने यह भी
कहा था कि " कई बार उन्हें समुदाय के अधिकतम लाभ के लिये कुछ अतिरिक्त सुविधायें देनी
पड़ती है।" कारितास की गोल्डन जुबिली समारोह में कारितास इंडिया के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष
पीटर रेमेजियुस ने कहा, " हमारा दायित्व है कि हम जागरुकता लायें ताकि लोग जाने कि न्याय
और ग़रीबों के लिये कार्य करने की वकालत ज़रूरतमंदों के लिये कितना लाभदायक हो सकता है।"