श्रीनगर, 14 जनवरी, 2012, (कैथन्यूज़, जागरण ब्यूरो) कश्मीर की शरिया अदालत द्वारा ईसाई
मिशनरियों पास्टर सीएम खन्ना और फादर जिम ब्रास्ट को मुस्लिम युवक-युवतियों के धर्मातरण
का दोषी करार दिए जाने पर ऑल इंडिया क्रिश्चियन कौंसिल ने देशभर में ईसाइयों के खिलाफ
तनाव बढ़ने की आशंका जताई है। गौरतलब है कि कश्मीर के मुफ्ती-ए-आजम मुफ्ती बशीरूद्दीन
की नेतृत्व वाली शरिया अदालत ने दो ईसाई मिशनरियों को गत बुधवार को कश्मीर में युवक-युवतियों
को बरगलाकर ईसाई बनाने का दोषी करार दिया है। अलबत्ता, अदालत ने दोनों ईसाई मिशनरियों
के खिलाफ सजा का एलान करने के बजाय उसे आरक्षित रक्षा है। ऑल इंडिया क्रिश्चियन कौंसिल
ने शरिया अदालत के इस फैसले पर प्रतिक्रिया जताते हुए एक बयान जारी कर कहा कि बेशक शरिया
अदालत ने अपना फैसला नहीं सुनाया है, लेकिन इससे जहां कश्मीर में कट्टरपंथियों को प्रोत्साहन
मिलेगा, वहीं देश के अन्य हिस्सों में भी ईसाइयों के प्रति तनाव पैदा हो सकता है। कौंसिल
के महासचिव जॉन दयाल ने कहा कि पुलिस ने जब फादर सीएम खन्ना को गिरफ्तार किया तो ईसाई
समुदाय ने संयम का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि चर्च किसी भी तरह से लालच के जरिए
या डरा-धमकाकर धर्मातरण का समर्थन नहीं करता है। इसाई मिशनरियों ने अगर कश्मीर में किसी
को ईसाई बनाया है तो वे स्वेच्छा से ही बने हैं।