इन्दौरः धर्मबहन ने नये घरेलु नौकर कानून का किया आग्रह
इन्दौर, 11 जनवरी सन् 2012 (कैथन्यूज़): भारत में एक काथलिक धर्मबहन केन्द्रीय सरकार
से आग्रह कर रही हैं कि वह एक ऐसे नये कानून को लागू करे जो घरेलु नौकरों को सुरक्षा
प्रदान कर सके तथा उन्हें मूलभूत रोज़गार अधिकार दिला सके।
इन्दौर में, सोमवार
को आयोजित एक प्रदर्शन के दौरान सि. रोज़ली पांजीकारेन ने कहा, "घरेलु नौकर प्रायः यौन
शोषण के शिकार बनाये जाते हैं तथा वैधानिक तौर पर इसके लिये उन्हें कोई सुरक्षा नहीं
मिलती।"
नौ जनवरी को अन्तरराष्ट्रीय घरेलु नौकर दिवस के उपलक्ष्य में इन्दौर
में आयोजित प्रदर्शन में कम से कम 600 व्यक्तियों ने भाग लिया।
पवित्रआत्मा की
सेविकाएँ धर्मसंघ की सदस्या तथा इन्दौर में घरेलु नौकर एकात्मता संगठन की निदेशिका सि.
पांजीकारेन ने घर में काम करनेवाले नौकरों के लिये न्यूनतम भत्ता तय करने की भी मांग
की।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित कर उन्होंने कहा कि घरों में काम करनेवाली महिलाएँ
प्रायः अशिक्षित एवं निर्धन होती हैं जो अपने वेतन तथा मूलभूत अधिकारों की मांग करने
में सक्षम नहीं होती हैं और इसीलिये उनका अनुचित लाभ उठाया जाता है। उन्होंने, सरकार
से, घरेलु नौकरों के लिये एक स्वतंत्र पंजीकृत संगठन के गठन की भी मांग ताकि वह नौकरों
के पक्ष में आवाज़ उठा सके तथा उन्हें न्याय दिलवा सके।
इन्दौर के सहायक लेबर
कमीश्नर आर. जी. पान्डे ने सि. पांजीकारेन को आश्वासन दिया है कि वे इस प्रयास में उनकी
मदद करेंगे।