कोची, 07 जनवरी, सन् 2012 (कैथन्यूज़): वाटिकन स्थित परमधर्मपीठीय प्रेरितिक प्रासाद
के झरोखे से, शुक्रवार को सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने, 22 नये कार्डिनलों के नामों
की घोषणा की जिनका अनुष्ठान 18 फरवरी को सम्पन्न होगा। नये कार्डिनल विश्व के 14 विभिन्न
राष्ट्रों के हैं जिनमें केरल के सिरो मलाबारी महाधर्माध्यक्ष मार जॉर्ज आलेनचेरी भी
शामिल हैं।
वाटिकन में सन्त पापा द्वारा नये कार्डिनलों के नाम घोषित करने के
साथ ही, केरल में कोची नगर स्थित सिरो मलाबार काथलिक पीठ में, धर्माध्यक्ष बोस्को पुत्तुर
ने पुरोहितों, धर्मबहनों एवं लोकधर्मियों के एक विशाल समूह के समक्ष, भारत के नव नियुक्त
कार्डिनल महाधर्माध्यक्ष मार जॉर्ज आलेनचेरी की नियुक्ति की सूचना दी।
विगत वर्ष
पहली अप्रैल को सिरो मलाबार कलीसिया के प्रमुख पूर्व कार्डिनल वारकी विथयात्तिल के निधन
के बाद, 26 मई सन् 2011 को, महाधर्माध्यक्ष मार जॉर्ज आलेनचेरी सिरो मलाबार के प्रधान
महाधर्माध्यक्ष नियुक्त किये गये थे।
शुक्रवार को अपने नाम की घोषणा के तुरन्त
बाद महाधर्माध्यक्ष आलेनचेरी ने कहा कि कलीसिया के कार्डिनल रूप में उनकी नियुक्ति भारत
तथा सिरो मलाबार कलीसिया को दिया गया सम्मान का संकेत है। उन्होंने कहा कि वे अपने पूर्वाधिकारी,
कार्डिनल जोसफ पारेकाट्टी, एन्तोनी पाडियारा तथा वारकी विथयात्तिल के पद चिन्हों पर चलेंगे।
अपनी नियुक्ति से पूर्व, नवनियुक्त कार्डिनल आलेनचेरी, तमिल नाड में थूकालाय
के धर्माध्यक्ष थे। 18 दिसम्बर सन् 1972 को आप पुरोहित अभिषिक्त किये गये थे। फरवरी दो,
सन् 1997 को चेंगनाचेरी में आपका धर्माध्यक्षीय अभिषेक सम्पन्न हुआ था। इस समय नव नियुक्त
कार्डिनल मार जॉर्ज आलेनचेरी केरल तथा विश्व के लगभग 40 लाख सिरो मलाबार काथलिकों के
धर्माधिपति हैं।
मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष स्वर्गीय कार्डिनल वालेरियन ग्रेशियस
भारत के सबसे पहले कार्डिनल थे जिनकी नियुक्ति सन् 1953 ई. में हुई थी। इनके अतिरिक्त
भारत के अन्य कार्डिनल हैं: कार्डिनल सायमन लूर्दसामी, कार्डिनल सायमन पिमेन्ता, कार्डिनल
आयवन डायस, कार्डिनल टेलेस्फोर टोप्पो, कार्डिनल ऑसवर्ल्ड ग्रेशियस तथा स्वर्गीय कार्डिनल
लॉरेन्स पिकाची।
22 नये कार्डिनलों में 18, अस्सी वर्ष की आयु से कम उम्र के
हैं जो भावी सन्त पापा के चुनाव में मतदान के योग्य होंगे।