वाटिकन सिटीः बीते वर्ष हेतु धन्यवाद ज्ञापित कर सन्त पापा ने कहा, "ईश्वर में विश्वास
नई मानवता का आधार बन सकता है"
वाटिकन सिटी, दो जनवरी सन् 2011(सेदोक): वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में, बीते
वर्ष के लिये प्रभु ईश्वर के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए, शनिवार 31 दिसम्बर को नववर्ष
की पूर्व सन्ध्या, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा कि प्रभु ईश्वर में नवीकृत विश्वास
नई मानवता का आधार बन सकता है।
सन्त पापा ने कहा, "विश्वास का प्रश्न हमारे युग
के मिशन के समक्ष प्रस्तुत प्राथमिक चुनौती है। हम इस तरह विश्वास को नवीकृत करने की
चुनौती है जो नई मानवता का आधार बने तथा संस्कृतिक एवं सामाजिक संकल्पों को पूरा करने
में हमें सक्षम बनाये।"
सन्त पापा ने कहा, "एक और साल बीत चुका है और हम, अपनी
आशाओं और आकाँक्षाओं को लिये नये साल के इन्तज़ार में हैं। जीवन पर चिन्तन हमें अनवरत
आश्चर्यचकित करता रहता है कि अन्ततः, जीवन कितना छोटा एवं क्षणभंगुर है। इसीलिये प्रायः
हम अपने आप से प्रश्न करने लगते हैं: अपने दिनों को हम क्या अर्थ प्रदान कर सकते हैं,
अपने परिश्रम एवं दुख के क्षणों को हम क्या अर्थ प्रदान कर सकते हैं? यह वह प्रश्न है
जो सम्पूर्ण इतिहास में व्याप्त रहता है। वस्तुतः यह प्रत्येक व्यक्ति एवं प्रत्येक पीढ़ी
के हृदय को बेधता रहता है। इसका उत्तर हैः बेथलेहेम में जन्में निर्दोष बालक का जन्म।
उस ईश पुत्र का जन्म जो मानवों के बीच मानव बने, जो मुर्दों में से जी उठे तथा आज भी
जीवन्त ईश्वर रूप में हमारे बीच विद्यमान हैं।"
सन्त पापा ने सभी से आग्रह
किया कि वे कृतज्ञ भाव से, यह याद करते हुए कि प्रभु सदैव हमारी रक्षा करते हैं, सन्
2012 की देहलीज़ पार करें। प्रभु के प्रति ही अपने दुख सुख अर्पित करें, इस विश्व की
त्रासदियों को उन्हीं के सिपुर्द करें तथा बेहतर भविष्य की आशा में उनके प्रति धन्यवाद
ज्ञापित करें।