उड़ीसाः धर्मशिक्षक की हत्या के सिलसिले में तीन गिरफ्तार
उड़ीसा, 26 दिसम्बर सन् 2011 (फीदेस): उड़ीसा में, विगत सप्ताह मारे गये, एक धर्मशिक्षक
एवं मानवाधिकार कार्यकर्त्ता की हत्या के सिलसिले में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया
गया है।
18 दिसम्बर को, उड़ीसा के कन्धामाल ज़िले में, 47 वर्षीय धर्मशिक्षक
एवं मानवाधिकार कार्यकर्त्ता रबीन्द्र पारिच्छा का शव पाया गया था।
सन् 2008
में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा का मंच बने उड़ीसा राज्य में, इस वर्ष, तीन धर्मशिक्षकों
की हत्या की जा चुकी है।
जर्मनी की "एड टू द चर्च इन नीड" लोकोपकारी संस्था को
कटक भूबनेश्वर के काथलिक धर्माध्यक्ष जॉन बरवा ने धर्मशिक्षक पारिच्छा के बारे में बताया,
"पारिच्छा सामाजिक क्षेत्र के एक साहसी योद्धा थे, वे दलितों को उनके अधिकार दिलवाने
के लिये कार्य किया करते थे।"
फीदेस समाचार ने स्थानीय सूत्रों का हवाला देकर
प्रकाशित किया कि पड़ोसियों का फोन कॉल आने के बाद पारिच्छा घर से निकले थे। जब वे बहुत
देर तक घर नहीं लौटे तब परिजनों ने पुलिस को ख़बर की। पुलिस ने दूसरे दिन सुबह कवि सम्राट
उपेन्द्र भान्जा कॉलेज के मैदान में उनका शव पाया।