‘सेक्रेड म्यूजिक’ संगीत महोत्सव में अनेक हिन्दु शामिल
मुम्बईस 19 दिसंबर, 2011(एशियान्यूज़) मुम्बई के बान्द्रा के संत पीटर्स चर्च में आयोजित
सेक्रेड म्यूजिक के वार्षिक महोत्सव में अनेक हिन्दुओं सहित 200 गायकों ने हिस्सा लिया।
आठवीं संगीत कार्यक्रम का उद्देश्य था पवित्र संगीत के प्रति लोगों में रुचि जगाना।
गाने
वालों में ग्लीहिव और कादेन्जा कंटोरी और पुणे के संत हेलेना चर्च की 71 सदस्यीय गायक
मंडल भी शामिल थी।
‘इंटरनैशनल फेडेरेशन प्यूरी कंटोरेस’ के अध्यक्ष मोन्सिन्योर
रोबर्ट तिराला कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा
कि युवा गायकों की गायन क्षमता अव्वल दर्जे की थी। उन्होंने कहा, "संगीत संस्कृति और
धर्म से हटकर सबके मन दिल को ईश्वर की ओर ले जाती है।"
विदित हो प्यूरी कन्टोरेस
एक ऐसी संस्था है जो युवाओं को धार्मिक गीतों और ख्रीस्तीय मूल्यों की शिक्षा देती है।
यह संस्था भारत के अलाव जापान, श्री लंका और दक्षिण कोरिया में कार्यरत है।
मोन्सिन्योर
तिराला ने कहा, " भारतमें पवित्र संगीत काथलिक कलीसिया के लिये सुसमाचार प्रचार का साधन
है। जब मैं युवा गायकों को देखता हूँ तो मुझे चर्च का भविष्य उज्जवल दिखाई देता है। जब
वे गाते हैं तो उनकी आँखों में खुशी की चमक दिखाई देती है क्योंकि ईश्वरीय कृपा उन्हें
प्राप्त है।मेरे लिये यह बहुत ही सुखद अनुभव है।"
धर्माध्यक्ष ने कहा कि पवित्र
संगीत कार्यक्रम के द्वारा उन्होंने एशिया की कलीसिया के आध्य़ात्मिक जीवन का अनुभव किया।
इस महादेश में काथलिक अल्पसंख्यक है और सुसमाचार प्रचार करने की सख्त ज़रूरत है जैसा
कि प्यूरी कन्टोरेस संस्था कार्य कर रही है। पवित्र संगीत के माध्यम से सुसमाचार का मिशन
आसानी से लोगों तक पहुँच सकता है।
मंच पर कुछ हिन्दु गायकों को देखकर मुझे आश्चर्य
नहीं हुआ क्यों हमारा आदर्शवाक्य है "हम शांति के साधन है।"
उन्होंने कहा भारत
में कई अख्रीस्तीय संगीत के द्वारा चिन्तन कर सकते हैं और यह कई बातों का जवाब बन सकती
है।
इसीलिये सन् 1999 में धन्य जोन पौल ने हमें संबोधित करते हुए कहा था, "आप
विश्वास, सुन्दरता और प्रेम के राजदूत हैं।
गीतों में ओ कम, ओ कम एम्मानुएल, जे,एस,
बाख द्वारा रचित ‘जेसु’ और ‘जोय ऑफ मैनस डिजायरिंग’ आदि गाये गये।