फ़ैसलाबादः ख्रीस्तीय एवं मुसलमानों ने मिलकर मानवाधिकारों की मांग की
फ़ैसलाबाद, 14 दिसम्बर सन् 2011 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के फ़ैसलाबाद
नगर में ख्रीस्तीय एवं इस्लाम धर्मानुयायियों के एक साथ मिलकर सबके लिये मानवाधिकारों
की मांग की।
दस दिसम्बर को विश्व मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य में फ़ैसलाबाद
स्थित शान्ति एवं मानव विकास संगठन तथा महिला जागरण संगठन अवामी के तत्वाधान में, "सबके
लिये मानवाधिकार" शीर्षक से पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में शिविरों, विचार गोष्ठियों
तथा शान्ति प्रदर्शनों का आयोजन किया गया जिसमें ख्रीस्तीयों के साथ साथ हज़ारों मुसलमानों
ने भी भाग लिया।
फ़ैसलाबाद में शान्ति प्रदर्शन में उपस्थित हज़ारों पाकिस्तानियों
को सम्बोधित कर सांसद ख़ालिदा मनसूर ने कहा, "पाकिस्तान ने कई मानवाधिकार संविदाओं पर
हस्ताक्षर किये हैं जिनके अनुकूल पाकिस्तान में रहनेवाले हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा
होनी चाहिये।"
शान्ति एवं मानव विकास नामक पाकिस्तानी संगठन के अध्यक्ष एवं ख्रीस्तीय
धर्मानुयायी, सुनील मलिक ने इस बात पर चिन्ता व्यक्त की अनेक नागरिक अपने मूलभूत अधिकारों
से वंचित हैं। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में, विशेष रूप से, महिलाओं, धार्मिक अल्पसख्यकों,
बच्चों एवं विकलांगो के विरुद्ध मानवाधिकारों का अतिक्रमण ज़ोर पकड़ रहा है।" उन्होंने
कहा कि सबके मानवाधिकारों का सम्मान कर ही देश प्रगति एवं समृद्धि की ओर आगे बढ़ सकता
है।
इसी प्रकार सामाजिक कार्यकर्त्ता शाज़िया जॉर्ज ने कहा कि भेदभाव सब झगड़ों
की जड़ है। उन्होंने स्कूल पुस्तकों से उन भागों को हटाये जाने का आह्वान किया जो दूसरों
के विरुद्ध घृणा को भड़काते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पाकिस्तान में, महिलाओं को
कार्यस्थलों एवं परिवारों में और अधिक सुरक्षा मुहैया कराने के लिये सरकार ठोस उपाय करेगी
तथा घरेलु नौकरों के अधिकारों की रक्षा हेतु भी उपयुक्त कानून पारित करेगी।