2011-12-05 20:09:16

‘बावेरियन आगमन परंपरा’ पर चिन्तन


वाटिकन सिटी, 5 नवम्वर, 2011 (कैथन्यूज़) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने 2 दिसंबर, शुक्रवार को परंपरागत बावेरियन आगमन का आनन्द लिया।
संत पापा ने बवेरियन प्रसारण को धन्यवाद देते हुए कहा कि " आप लोगों ने बावेरियन जीवन और संस्कार की एक झलक संत पापा के घर - वाटिकन में ले आया है। ईश्वर आप सबों को आशीर्वाद प्रदान करे।"
वावेरियन आगमन का आयोजन वाटिकन सिटी के अपोस्तोलिक प्रासाद क्लेमिनटिन सभागार में किया गया था।
कार्यक्रम में संत पापा के आते ही बावेरियन परंपरा के अनुसार उनका स्वागत ‘अलपाइन क्रिसमस ओरातिरियो’ के द्वारा किया गया। बावेरियन संगीत के निदेशक थे - बावेरियन संगीतज्ञ हैन्स बेरगर।
कार्यक्रम में एक बावेरियन फिल्म "फ्रोम हेवन टू एर्थः एडवेन्ट एंड क्रिसमस इन द बावेरियन अल्प्स " दिखालाया गया। फिल्म संत पापा की जन्मभूमि बावेरिया में परंपरागत रूप से क्रिसमस मनाने की झलक है।
संत पापा ने इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "हमारे इताली मित्रों ने निश्चय ही विश्वास के संस्कृतिकरण का आनन्द लिया है।"
विदित हो कि वाटिकन राज्य के सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने इसी दिन अपना 77वाँ जन्म दिन मनाया।
संत पापा ने कहा, " बावेरिया के लोगों के लिये आगमन का अर्थ है "मौन समय"। इस समय में प्रकृति बदलती है, धरती बर्फ से अच्छादित होता है और बाहर जाया नहीं जाता - हर व्यक्ति घर में निवास करता है। यह मौन, स्वर्ग को धरा में ले आता है।"
संत पापा ने कहा, "आज का आगमन ठीक इसके विपरीत होता है। यह अनेक प्रकार के क्रिया-कलापों से परिपूर्ण होता, खरीद-बिक्री होती और शानदार भोज का आयोजन किया जाता।"
"फिर भी घर में शांत रहने की परंपरा पूर्णतः नहीं खोयी है। परंपरा हमें शांति का मन, दिल, ह्रदय, विश्वास और ईश्वर का घर बनाने में मदद देती है।"
उन्होंने कहा, "इस तरह की धार्मिक परंपरायें जारी रहें ताकि हम आगमन को ईश्वर की इच्छा के अनुसार जी सकें।"










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