2011-12-05 15:59:29

देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया गया संदेश


वाटिकन सिटी रोम 5 दिसम्बर 2011 (सेदोक, एशिया न्यूज) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रविवार 4 दिसम्बर को संत पेत्रुस बासिलिका के प्रांगण में देश विदेश से आये लगभग 20 हजार तीर्थयात्रियों, विश्वासियों और पर्यटकों के साथ देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया। उन्होंने मसीही विश्वासियों को इताली भाषा में सम्बोधित करते हुए कहा-
अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
यह रविवार आगमन काल का दूसरा रविवार है। पूजनधर्मविधि की यह अवधि दो प्रमुख व्यक्तियों को उजागर करती है जिन्होंने प्रभु येसु के ऐतिहासिक आगमन की तैयारी में प्रमुख भूमिका अदा की- कुँवारी माता मरियम और संत जोन बपतिस्ता ।
संत मारकुस रचित सुसमाचार से लिया गया आज के अंतिम पाठ का अंश है जो येसु के अग्रदूत के व्यक्तित्व और मिशन का वर्णन करता है। बाह्य रूप से शुरू करते हुए जोन बपतिस्ता की छवि ऐसी है जो सन्यासी है तथा ऊँट के रोओं का कपड़ा पहने और कमर में चमड़े का पट्टा बाँधे रहता था। उसका भोजन टिड्डियाँ और वन का मधु था। जो यहूदिया के निर्जन प्रदेश में रहता था।
येसु ने स्वयं को उनके प्रतिकूल प्रस्तुत किया जो राजाओं के महल में रहते हैं और मखमली वस्त्र धारण करते हैं। जोन बपतिस्ता की शैली सब ईसाईयों का आह्वान करती है कि वे सादगीपूर्ण जीवनशैली चुनें विशेष रूप से क्रिसमस त्योहार की तैयारी करते हुए जैसा कि प्रेरित संत पौलुस कहते हैं- प्रभु धनी थे किन्तु आप लोगों के कारण निर्धन बन गये जिससे आप उनकी निर्धनता द्वारा धनी बन गये।
जोन बपतिस्ता के मिशन के संदर्भ में यह मनपरिवर्तन के लिए असाधारण अपील थी। उनका बपतिस्मा नये प्रकार की सोच और कार्य़ करने के लिए ललकार भरी पुकार थी जो कि ईश्वरीय न्याय की उदघोषणा से विशेष रूप से जुड़ी थी तथा मसीह के आसन्न प्रकट होने से जिसे इस प्रकार परिभाषित किया गया- जो मेरे बाद आनेवाले हैं वह मुझसे अधिक शक्तिशाली हैं। मैंने तुम लोगों को जल से बपतिस्मा दिया है वह तुम्हें पवित्र आत्मा से बपतिस्मा देंगे।
इसलिए जोन की अपील सादगीपूर्ण जीवनशैली जीने के आह्वान से कहीं अधिक गहरी जाती है हमारे पापों को पहचानने और इन्हें स्वीकार करने से शुरू होकर यह आंतरिक परिवर्तन के लिए आह्वान है। जैसा कि हम क्रिसमस की तैयारी कर रहे हैं, यह महत्वपूर्ण है कि हम आत्म-चिंतन के लिए समय पायें और अपने जीवन का ईमानदारीपूर्वक मूल्यांकन करें। बेथलेहेम से आनेवाले प्रकाश की किरण से आलोकित हों, उसका प्रकाश जो सबसे महान है और स्वयं को छोटा बना लिया जो सबसे शक्तिशाली है लेकिन कमजोर बन गये।
चारों सुसमाचार लेखक नबी इसायस के ग्रंथ से एक उद्धरण का संदर्भ देतु हुए जोन बपतिस्ता के उपदेश का वर्णन करते हैं- आवाज आ रही है, निर्जन प्रदेश में प्रभु का मार्ग तैयार करो, हमारे ईश्वर के लिए मैदान में रास्ता सीधा कर दो। संत मारकुस भी एक अन्य नबी, मलाकी के ग्रंथ से वाक्यांश का संदर्भ देते हैं जो कहते हैं- देखो मैं अपना दूत भेजूँगा जिससे वह मेरे लिए मार्ग तैयार करे।
पुराने विधान के परिप्रेक्ष्य में ईश्वर के मुक्तिदायी हस्तक्षेप के बारे में कहते हैं, वे न्याय करने के अपने क्षेत्र से निकल कर बचाने आते हैं, आपको उनके लिए दरवाजा खोलना होगा, उनके लिए रास्ता तैयार करना होगा।
प्रभु जो आते हैं उनको ओर हमारी यात्रा को, तथा जैसा कि आगमन काल में इम्मानुएल, ईश्वर हमारे साथ हैं, हमारे जीवन और हमारे दिल में आने की इसकी हम तैयारी करते हैं इन्हें कुँवारी माता मरिया की मातृत्वमय मध्यस्थता के सिपुर्द करते हैं।
इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।








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