रावलपिंडी 1 दिसम्बर 2011 (एशिया न्यूज) पाकिस्तान में राष्ट्रीय सदभावना के लिए प्रधानमंत्री
के विशेष सलाहकार श्री पौल भटटी ने विद्यार्थियों से कहा है कि वे पाकिस्तान के उज्ज्वल
भविष्य की गारंटी हैं। उन्होंने रावलपिंडी स्थित संत मेरीज स्कूल में विद्यार्थियों को
सम्बोधित करते हुए कहा कि वे पूरे देश की आशा तथा पाकिस्तान के उज्जवल भविष्य की गारंटी
हैं, उन्हें देश में शांति और अंतर धार्मिक सदभावना का प्रसार करने तथा समाज के आर्थिक
विकास के लिए कठिन मेहनत करनी होगी। स्मरण रहे कि चरमपंथियों ने अल्पसंख्यक मामलों
के मंत्री शाहबाज भट्टी की 2 मार्च को हत्या कर दी थी। उनके भाई पौल भट्टी प्रधानमंत्री
के विशेष सलाहकार बनाये गये हैं। उनका दर्जा मंत्री पद का है। श्री पौल भट्टी ने
विद्यार्थियों से कहा कि वे देश की नियति को बदलने के लिए अपनी भूमिका निभाने के लिए
तैयार हों तथा आधुनिक पाकिस्तान के दो महान व्यक्तियों कैद- ए -आजम और अलामा इकबाल के
आदर्शों के सुसंगत देश को प्रगति और समृद्धि के पथ पर ले जायें। पाकिस्तान के विकास
और समृद्धि के लिए शिक्षा के महत्व पर विशेष जोर दिया जाता रहा है। 25 मिलियन बच्चों
को शिक्षा का अधिकार और अवसर नहीं मिल पाता है। 30 प्रतिशत आबादी घोर शैक्षणिक गरीबी
के माहौल में जीवन यापन करती है। ग्रामीण क्षेत्रों में तीन बालिकाओं में मात्र एक विद्यालय
जा पाती है तथा 6 से 16 वर्ष के आयुवर्ग में तीन में से एक व्यक्ति निरक्षर है। लगभग
30 प्रतिशत निजी संस्थानों में अध्ययन करते हैं, 6 प्रतिशत मदरसों में पढ़ते हैं लेकिन
सुदूर क्षेत्रों में स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है। रावल पिंडी स्थित संत मेरी
संस्थान में श्री पौल भटटी ने कहा कि देश के विकास के लिए शांति तथा समाज के वंचित तबकों
का सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास नितांत जरूरी है और इसके लिए विभिन्न धर्मों के लोग राष्ट्र
हित के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि युवाओं में क्षमता और दक्षता है ताकि वे अंतरराष्ट्रीय
समुदाय के सामने मातृभूमि की जो छवि बनी है उससे उसे मुक्त करें। उनकी आशा है कि पाकिस्तानी
युवा इसी भावना से देश के विकास के लिए अपना योगदान देंगे। इस्लामाबाद रावलपिंडी
के धर्माध्यक्ष रूफीन अंतोनी ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों की समस्याओं के समाधान
के लिए प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार श्री पौल भटटी की भूमिका और उनके प्रयासों की सराहना
करते हुए कहा कि उनका योगदान अंतर धार्मिक संवाद के प्रसार के लिए नया वातावरण बनाने
के लिए मौका देता है ताकि अमन चैन कायम हो और सामाजिक- आर्थिक विकास हो। समारोह के
अंत में संत मेरी संस्थान के डीन पतरस भटटी ने शिक्षा के प्रसार के लिए संस्थान के योगदान
का स्मरण करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार को धन्यवाद दिया जिन्होंने
स्कूल और विद्यार्थियों के लिए अपना समय दिया।