पूना, 26 नवम्बर, 2011(ज़ेनित) अगले रविवार 27 नवम्बर से भारत के 164 धर्मप्रांतों में
नये रोमन मिशल का अंग्रेजी अनुवाद लागू कर दिया गया।
उक्त बात की जानकारी देते
हुए सीबीसीआई के पूजन पद्धति संबंधी कार्यों के लिये बनी समिति के सचिव फादर सावियो रोड्रिग्वेज़
ने बताया कि अब देश के 1 करोड़ 80 लाख काथलिक यह नहीं कहेंगे, ‘मैंने अपने पापों से गुनाह
किया है’ पर कहेंगे, " ‘मैंने बहुत पाप किया है’।
उन्होंने बताया कि पूजन पद्धति
का जो नया रूप प्रस्तुत किया गया है वह वर्षों के अनवरत श्रम का फल है।
उन्होंने
कहा कि यूखरिस्तीय समारोह में प्रयुक्त शब्दों उत्तरों और विभिन्न आसनों अर्थात् उठने
बैठने और घुटना टेकने के लिये भी नये नियम बनाये गये हैं ताकि यह अर्थपूर्ण हो सके।
पुणे
के संत पात्रिक महागिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर माल्कोल्म सेक्वियेरा का मानना है कि
ऐसा पूजन पद्धति का वर्तमान अंग्रेजी रूप लैटिन मूलरूप का सही अनुवाद है।