सिस्टर वाल्सा जोन की हत्या की गहन जाँच हो – अमनेस्टी इन्टरनैशनल
नई दिल्ली, 18 नवम्बर, 2011 (कैथन्यूज़) ‘एशिया पैसेफिक अमनेस्टी इंटरनैशनल’ के निदेशक
सैम ज़रिफी ने भारत के अधिकारियों से माँग की है कि आदिवासियों के अधिकारों के लिये कार्यरत
सिस्टर वाल्सा जोन की हत्या की गहन जाँच हो। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार के लिये कार्य
करते रही सिस्टर वाल्सा जोन की हत्या के लिये ज़िम्मेदार लोगों को झारखंड सरकार सजा दे। उन्होंने
यह भी कहा कि " भारत की केन्द्रीय और राज्य सरकार देश में कार्य करने वाले सभी सामाजिक
कार्यकर्ताओं की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करे। उन्होंने बताया कि धर्मबहन वाल्सा
जोन के परिवार के सदस्यों ने उन्हें जानकारी दी कि झारखंड के पाकुड़ जिले के पचुवारा
गाँव में कार्यरत सिस्टर वाल्सा जोन को जान से मार डालने की धमकियाँ दी जा रहीं थी। उन्होंने
बताया कि पिछले साल भारत में अस्पष्टीकृत परिस्थितियों में चार सामाजिक कार्यकर्त्ताओं
की हत्या की जा चुकी है। विदित हो कि मंगलवार की रात को ‘सिस्टर्स ऑफ चैरिटी ऑफ ज़ीजस
एंड मेरी’ धर्मसमाज की सिस्टर वाल्सा जोन की हत्या उसके अपने ही मकान में कर दी गयी। इसी
माह के आरंभ में गुजरात के नदीम सयेद की हत्या इस लिये कर दी गयी थी क्योंकि उन्होंने
सन् 2002 में नरोदा पतिया हत्याकांड के ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ में गवाही थी। गुजरात
में हुए मुस्लिम विरोधी हत्याकांड में 95 लोगों की जानें गयी थीं। अगस्त माह में
पर्यारण कार्यकर्ता स्नेहला मासूद की भी भोपाल हत्या कर दी थी जिन्होंने पर्यावरण संबंधी
नियमों के सरकारी उल्लंघन और उत्खनन योजना का विरोध किया था।