घाना की सरकार प्राकृतिक तेल और गैस से प्राप्त होनेवाले राजस्व का विवेकपूर्ण उपयोग
करे
ताकोरादी घाना 17 नवम्बर 2011 (सीएनएस) अफ्रीकी राष्ट्र घाना के धर्माध्यक्षों ने सरकार
से आग्रह किया है कि प्राकृतिक तैल और गैस से प्राप्त होनेवाले राजस्व राशि का विवेकपूर्ण
तरीके से उपयोग करे। घाना धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की 2 से 11 नवम्बर तक बैठक सम्पन्न हुई
जिसके बाद जारी वक्तव्य में कहा गया है कि घाना के पश्चिमी तटीय क्षेत्र में तेल की खोज
होने के बाद देश में राजनैतिक माहौल गर्म हो गया है। तेल उत्पादन देश होने का नया दर्जा
मिलने के बाद सरकार द्वारा व्यक्त आरम्भिक प्रतिक्रिया से भय का कारण उत्पन्न हो गया
है। राजस्व प्राप्ति का निर्धारित प्रतिशत पश्चिमी क्षेत्र के विकास के लिए आरक्षित करने
के सवाल पर तथा अंतरराष्ट्रीय तेल कम्पनियों के साथ सरकार की बातचीत पर संसद में वाद
विवाद से होने से प्रतीत होता है कि देश में अफ्रीका के अन्य तेल उत्पादक देशों में तेल
उत्पादन से जुड़ी गलतियों को दुहराने के खतरे हैं तथा इसका व्यापक दुष्परिणाम हो सकता
है। धर्माध्यक्षों ने कहा कि प्राकृतिक तेल होने की सूचना सामान्यतः अच्छा समाचार
है लेकिन नार्वे जैसे देश ने दिखाया है कि अच्छा प्रशासन, अतिरिक्त संसाधन से देश में
शांति बनाये रखना संभव है। तेल कम्पनियों को ठेका प्रदान करने तथा तेल से प्राप्त होने
वाले राजस्व से सबलोगों को लाभ मिले इसके लिए घाना की सरकार जनता की चिंता पर ध्यान दे।