नई दिल्ली, 111111(कैथन्यूज़) ईसाई संगठनों ने विश्व हिन्दु परिषद के नेता प्रवीण तोगाड़िया
के भड़काऊ भाषण की तीव्र आलोचना की है।
मंगलवार को तोगाड़िया ने अहमदाबाद में
आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था एक नया संविधान बने जिसमें हिन्दुओं का धर्म
परिवर्तन करने वालों का "सिर धड़ से अलग कर देने की अनुमति हो।"
‘नैशनल कौंसिल
ऑफ चर्चेस इन इंडिया’ (एनसीसीआई) ने वीएचपी नेता की भर्तष्णा करते हुए कहा कि घृणा उगलने
वाला उनका भाषण संविधान के विरुद्ध है, विशेष करके धार्मिक स्वतंत्रता के विरुद्ध।
उन्होंने
कहा कि तोगाड़िया का भाषण शांति और सद्भावना भंग करता है। संगठन के सदस्यों ने माँग की
है कि सरकार तोगाड़िया पर सख़्त कारवाई करे ताकि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो।
‘ग्लोबल
कौंसिल ऑफ क्रिश्चियन्स’(जीसीआईसी) ने तोगाड़िया के भड़काऊ भाषण की कड़ी निंदा करते हुए
कहा है कि तोगाड़िया भारत को डरा कर ‘श्रेणीबद्ध असमानता’ को बनाये रखना चाहते हैं।
जीसीआईसी
के अध्यक्ष साजन जोर्ज ने तोगाड़िया से कहा है कि क्या वे अन्य धर्मावलंबियों को हिन्दु
बनाने वाले हिन्दु गुरुओँ का भी सिर धड़ से अलग करेंगे?
उन्होंने कहा कि हमारे
देश में इस तरह की असंगत और ग़ैरज़िम्मेराना वक्तव्यों का उन भारतीय नागरिकों द्वारा
विरोध किया जाना चाहिये जो देश में सामाजिक सद्भाव, स्थिरता तथा प्रजातंत्र एवं प्रगति
में विश्वास करते हैं।
इंगलैंड में अवस्थित ‘क्रिश्चियन सोलिडारिटी वर्ल्डवाइड’
ने तोगाड़िया के भाषण में चिन्ता व्यक्त की और कहा कि इसके पूर्व भी ऐसे भाषणों से अल्पसंख्यकों
के विरुद्ध हिंसा को बढ़ावा मिला है।