जम्मु-कश्मीर, 31 अक्तूबर, 2011(कैथन्यूज़) जम्मु कश्मीर के प्रमुख मुस्लिम नेता बशीर-उद्दीन
ने चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के पास्टर सी.एम खन्ना को धर्मांतरण के मामले में श्रीनगर के
इस्लामिक कोर्ट में हाज़िर होने की नोटिस दी है। मौलवी मुफ़्ती ने कहा कि मुस्लिम
सुप्रीम कोर्ट -‘सरियत’ को एक वीडियो प्राप्त हुआ है जिसमें पास्टर खन्ना को मुस्लिम
बच्चों का धर्मपरिवर्तन कराते देखा गया है। मुफ़्ती ने कहा, " हमने पास्टर को पिछले शुक्रवार
को अदालत में हाज़िर होने कहा पर वह अनुपस्थित रहे इसलिये उन्हें फिर से नोटिस दी गयी
है ताकि वे अगले सुनवाई के दिन 12 नवम्बर को हाज़िर हो। इस्लाम प्रमुख मौलवी मुफ़्ती
ने यह भी बताया, "लोग चाहते थे कि उनके लिये फतवा जारी करे पर हमने ऐसा नहीं किया क्योंकि
हम साम्प्रदायिक सद्भाव चाहते हैं।" ज्ञात हो कि राज्य सरकार मौलवी की नियुक्ति
नहीं करता पर उन्हें राज्य के सबसे बड़े धार्मिक नेता के रूप में मान्यता देता है। उधर
पास्टर सीएम खन्ना ने उन पर लगाये गये आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने मौलवी मुफ़्ती
पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनके विद्यालय मे एक बच्चे की अडमिशन की अपील की थी। उन्होंने
कहा कि बलपूर्वक धर्मपरिवर्तन का आरोप निराधार है। हमने किसी को धन या नौकरी की किसी
प्रकार का कोई प्रलोभन नहीं दिया है। हम बच्चों को यही बताते हैं कि " यदि आप यहाँ आते
हैं तो आपकी यह ज़िम्मेदारी है कि आप कलीसिया की मदद करें।" उन्होंने कई बार लोगो
से कहा कि वे अडमिशन के मामले में प्रधानाध्यपक से पूछताछ करने करें। मुस्लिमों का आरोप
है कि स्कूल प्रबधन ने योग्य छात्रों का अडमिशन नहीं किया। पास्टर खन्ना ने बताया
कि मौलवी मुफ़ती ने पहले भी इस प्रकार के आरोप लगाये थे। विदित हो कि ईश्वर के बचन के
सुनने के लिये कई सुनने के लिये उनके यहाँ जमा होते हैं।