2011-10-26 12:07:00

नई दिल्लीः वाटिकन का दीपावली सन्देश धार्मिक स्वतंत्रता पर केन्द्रित, भारत के राष्ट्रपति एवं प्रधान मंत्री ने दी दीवाली की शुभकामनाएँ


नई दिल्ली, 26 अक्टूबर सन् 2011 (सेदोक, आईएएनएस): देहली से प्राप्त समाचारों में बताया गया है कि इस वर्ष वाटिकन द्वारा दीपावली के उपलक्ष्य में प्रेषित किया जानेवाला परम्परागत सन्देश नई दिल्ली देर से पहुँचा।

वाटिकन स्थित अन्तरधार्मिक वार्ता सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद द्वारा विगत सप्ताह प्रकाशित इस वर्ष के सन्देश में धार्मिक स्वतंत्रता पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। सन्देश में विश्व के सभी हिन्दू धर्मानुयायियों के प्रति मंगलकामनाएँ अर्पित की गई हैं, लिखा है, "प्रकाश के स्रोत, प्रभु ईश्वर, शांति और समृद्धि सम्पन्न जीवन हेतु, आपके हृदयों, घरों एवं समुदायों को आलोकित करें।" धार्मिक स्वतंत्रता विषय पर सन्देश में कहा गया, "विश्व के कई क्षेत्रों में धर्म के नाम पर हो रहे झगड़ों का समाधान केवल धार्मिक स्वतंत्रता से मिल सकता है। इन झगड़ों से भड़कनेवाली हिंसा के बीच, अनेक लोग शांतिपूर्ण सहअस्तित्व तथा मानव के सर्वांगीण विकास के लिये लालायित रहते हैं।"

इस बात का स्मरण दिलाते हुए कि धार्मिक स्वतंत्रता मूलभूत मानवाधिकारों का अभिन्न अंग है, सन्देश में कहा गया, "जब धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान किया जाता तब यह विश्वासियों को, न्याय एवं मानवीय मूल्यों पर आधारित, समाज के निर्माण में योगदान देने हेतु प्रोत्साहन देती है किन्तु, जब जब उसका उल्लंघन, दमन या अतिक्रमण होता है तब, सम्पूर्ण मानव परिवार का विकास अवरुद्ध होता, स्थाई शांति का दम घुट जाता है।"

इस बीच, मंगलवार को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी दीवाली के उपलक्ष्य में देशवासियों के प्रति शुभ कामनाएँ अर्पित कीं हैं। राष्ट्रपति पाटील ने आशा व्यक्त की कि दीवाली का पर्व अंधकार और निराशा को दूर कर सभी भारतीयों में सुख, समृद्धि और आनन्द भर दे।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी दीवाली की मंगलकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि प्रकाश का यह त्यौहार सुख, शांति और समृद्धि का प्रतीक है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत और ज्ञान का प्रकाश फैलाने के लिए मनाया जाता है इसलिये सभी समुदायों के लोग इसे मिलजुल कर मनाएं तथा राष्ट्रीय एकता कायम रखने में मदद दें।










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