मनीला, फिलीपीन्स, 17अक्तूबर, 2011(अन्सा एबीएससीबीएन) फिलीपीन्स के उत्तरी कोताबातो
के अराकन घाटी में कार्यरत इतालवी पल्ली पुरोहित तेन्तोरियो फौस्तो की गोलीमार कर हत्या
कर दी गयी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह घटना 17 अक्तूबर सोमवार को स्थानीय
समय 8 बजे उस समय घटी जब फादर फौस्तो ने ‘आवर लेडी ऑफ परपेच्चुवल हेल्प’ पल्ली में प्रातः
मिस्सा पूजा समाप्त करने के बाद बिशप्स हाउस में आयोजित सभा के लिये जाने की तैयारी कर
रहे थे।
फिलीपीन्स नैशनल पुलिस प्रवक्ता अगरीमेरा क्रूज़ ने बताया कि फादर फौस्तो
को तीन गोली मारी गयी है। गोली लगने के तुरन्त बाद उन्हें किदापावन शहर के अन्तिपास अस्पताल
पहुँचाया गया पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हत्या के कारणों का पता अभी
तक नहीं चला है। हत्यारे ने फादर पर तीन गोलियाँ चलाने बाद अपने मोटर साइकल से फरार हो
गया।
फादर तेनतोरियो फौस्तो रोम स्थित पोन्तिफिकल इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेन मिशन्स
(पी.आई.एम.ए) धर्मसमाज का सदस्य था।
ग़ौरतलब है कि इसी धर्मसमाज के दो अन्य पुरोहितों
फादर तूलियो को सन् 1985 में और फादर साल्भातोर्रे को सन् 1992 में गोली मार दी गयी थी।
किडापावन के धर्माध्यक्ष रोमूलो देला क्रूज़ ने कहा, " यह हमारे लिये अति दुःखदायी
है क्योंकि यह माना जाता था कि किदापावन के शांतिप्रिय स्थल है।"
धर्माध्यक्ष
ने कहा कि फादर फौस्तो शांत भाव से अपना कार्य किया करते थे। धर्मप्रांत में आदिवासियों
के बीच कार्य करने के लिये बने संघ के ‘डायोसिसन इनडिजीनस पीपल्स डायरेक्टर’ के रूप में
भी उन्होंने अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी निभायी। फादर फौस्तो सन् 1979 से किदापावन क्षेत्र
में कार्यरत थे। उन्हें दो वर्ष पूर्व मार डाले जाने की धमकियाँ भी दी गयीं थीँ।
ज्ञात
हो इसके पहले भी पीमे फादर लुचियन बेनेदेत्ती का सन् 1998 में और फादर जियानकारलो का
सन् 2007 में अपरहण कर लिया गया था।
हत्यारे का कोई सुराग अभी तक नहीं मिला है।
धर्माध्यक्ष क्रूज़ का मानना है कि हत्या में ‘पीपल्स नैशनल आर्मी’ या ‘दक्षिण पंथी’
सशस्त्र सेना का हाथ है।