कोलोम्बो, 14 अक्तूबर, 2011 (एशियान्यूज़) " बच्चे ईश्वर के मूल्यवान दान है जिन्हें
आपलोगों को सौंपा गया है। आपको चाहिये कि प पूर्ण समर्पण के साथ बच्चों की देखरेख करे
और उन्हें बुद्धिमान और योग्य नागरिक बनायें।"
कोलोम्बो के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल
माल्कोल्म रंजीत ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने धर्मप्रांतीय शिक्षा विभाग द्वारा
आयोजित सभा में शिक्षकों को संबोधित किया।
कोलोम्बो के संत जोसेफ्स कॉलेज के
सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम के अवसर पर संत पापा के राजदूत मोन्सिन्योर जोसेप स्पितेरी
और सेवानिवृत्त धर्माध्यक्ष ऑस्वाल्ड गोमिस भी उपस्थित थे।
कार्डिनल ने कहा, "मैं
काथलिक शिक्षकों के सपर्पण की भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूँ और उन्हें प्रोत्साहन देता
हूँ कि वे जहाँ भी जायें अपनी निःस्वार्थ सेवा जारी रखें। शिक्षकों का दायित्व महान्
और पेशा सम्मानीय है।"
कार्डिनल रंजीत ने कहा, "आप यह न भूलें कि प्रत्येक शिक्षक
को चाहिये कि वह प्रार्थना करे ताकि ईश्वरीय शक्ति प्राप्त करे और बच्चों की ओर से आनेवाली
चुनौतियों का सामना कर सके।"
इस अवसर पर कार्डिनल ने कई शिक्षकों को उनके उल्लेखनीय
सेवाओं के लिये पुरस्कृत किये।
समारोह के अंत में संत पापा के राजदूत जोसफ स्पितेरि
ने शिक्षकों पोप की शुभकानायें और विशेष आशिष प्रदान की।