बंगलोर, 14 अक्तूबर, 2011 (कैथन्यूज़) कारितास इंडिया ने 12 अक्तूबर से बंगलौर में अपनी
स्थापना के पचास वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जुबिली समारोह आरंभ किया।
इस अवसर
पर भारतीय धर्माध्यक्षीय महासभा (सीबीसीआई) के समाज सेवा विभाग ने संत जोन्स मेडिकल कॉलेज
सभागार में ‘अधिकार पर आधारित समन्वित विकास’ पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।
कारितास इंडिया के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष पीटर रेमिजियुस ने इस अवसर पर बोलते हुए
कहा कि "श्रम और भोजन के अधिकार, रोजगार संबंधी सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन, स्वास्थ्य
और सरकार के नागरिक वितरण प्रणाली में सहयोग देना कारितास इंडिया का मुख्य कार्य रहा
है।"
उन्होंने कहा कारितास इंडिया की स्थापन सन् 1963 ईस्वी में हुई और भारत
सरकार ने इसे आपदाओं के समय राहत और बचाव कार्य तथा पुनर्वास और अन्य विकास के कार्ये
के लिये कार्य करने वाले स्वयंसेवी संस्थान के रूप में मान्यता दी है।
अपने कार्यकाल
में कारितास इंडिया अपने सहयोगी संगठनों से मिलकर ने विभिन्न ज़रूरतमंदों के लिये करीब
20 हज़ार मकानों का निर्माण किया है।
कारितास अध्यक्ष ने कहा कि "कारितास उन लोगों
के पास यथाशीघ्र पहुँचती है जहाँ लोग ज़रूरतमंद हैं ताकि वहाँ एक न्यायपूर्ण सामाजिक
व्यवस्था स्थापित हो सके और प्रेम, समानता और शांति जैसे मूल्यों को परिपोषित किया जा
सके।"