2011-10-11 11:37:24

रोमः खाद्य पदार्थों की क़ीमतें बढ़ती जायेंगी, राष्ट्र संघीय एजेन्सियाँ


रोम, 11 अक्टबर सन् 2011 (आन्सा): रोम स्थित संयुक्त राष्ट्र संघीय एजेन्सियों के अनुसार सन् 2015 तक विश्व के भूखे लोगों की संख्या में 50 प्रतिशत की कमी लाने के सहस्राब्दि लक्ष्य की प्राप्त में सबसे बड़ी बाधा खाद्य पदार्थों की बढ़ती क़ीमतें हैं। एजेन्सियों के अनुसार आने वाले दिनों में खाद्य पदार्थों की क़ीमतें और अधिक बढ़ सकती हैं जिससे विश्व व्यापी स्तर पर खाद्य असुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

रोम स्थित खाद्य और कृषि संगठन, विश्व खाद्य कार्यक्रम और कृषि विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय कोष ने चेतावनी दी है कि खाद्य असुरक्षा का सबसे ज़्यादा ख़तरा छोटे देशों तथा, विशेष रूप से, उन देशों पर पड़ेगा जो खाद्य के लिये आयात पर निर्भर रहते हैं।

अफ्रीका की स्थिति को अत्यधिक चिन्ताजनक बताया गया जहाँ सन् 2008 की मंदी के दौरान कुपोषित लोगों की संख्या में 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई। भोजन की कमी से बच्चे और महिलाएँ सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं।

उक्त एजेन्सियों द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है मंदी के समय अमीर देशों ने व्यापार प्रतिबंध, ग़रीबों के लिए योजनाएं और जमा अनाज को बाज़ार में उतारकर अपने खाद्य बाज़ार को सुरक्षा दी किन्तु इसका असर उन देशों पर प्रतिकूल हुआ जो खाद्य पदार्थों के लिए आयात पर निर्भर हैं।

इस माह से विश्व की आबादी सात अरब तक पहुँचने का अनुमान है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार विश्व में उन लोगों की संख्या एक अरब से थोड़ी ही कम है जिन्हें या तो पूरा भोजन नहीं मिल पाता या बहुत कम भोजन मिलता है।









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