काथलिक होस्पीटल एसोसियेशन ओफ इंडिया की 68 वीं वार्षिक बैठक वाराणसी में
वाराणसी उत्तरप्रदेश 6 अक्टूबर 2011 (काथलिक न्यूज) उत्तरप्रदेश के वाराणसी स्थित नव
साधना केन्द्र में काथलिक होस्पीटल एसोसियेशन ओफ इंडिया (सीएचएआई) की 68 वीं वार्षिक
बैठक सम्पन्न हो रही है जिसमें 650 स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता भाग ले रहे हैं। 5 अक्तूबर
को आरम्भ हुए इस सम्मेलन के उदघाटन ख्रीस्तयाग में प्रवचन करते हुए दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष
विन्सेंच कोंचेसाव ने प्रतिभागियों को स्मरण कराया कि स्वास्थ्य प्रेरिताई ने लोगों को
ख्रीस्त की उपस्थिति को अनुभव करने में सहायता दी है। उन्होंने बल दिया कि कलीसिया का
अस्तित्व सुसमाचार प्रचार के लिए है तथा ईश्वरीय राज्य का प्रचार करने और साक्ष्य देने
के लिए प्रोफेशनल्स (डाक्टर और नर्सों) की बहुत सशक्त भूमिका है। उन्होंने कहा कि बीमार
लोग हम में और हमारे द्वारा येसु को अनुभव करते हैं। येसु के लिए उनके शब्द उनका कार्य
थे। जो लोग येसु के पास गये वे चंगाई प्राप्त किये। काथलिक होस्पीटल एसोसियेशन ओफ
इंडिया (सीएचएआई) के निदेशक फादर टोमी थोमस ने अपने सम्बोधन में कहा कि उन्होंने बैठक
के लिए वाराणसी का चयन किया क्योंकि इस प्राचीन शहर ने आंतरिक चंगाई की जरूरत का स्मरण
कराया। बैठक के उदघाटन कार्यक्रमों में वाराणसी के धर्माध्यक्ष राफी मंजलि तथा इंडियन
मिशनरी सोसायटी के सुपीरियर जेनरल फादर जोश सुभाष भी उपस्थित थे। महाधर्माध्यक्ष कोंचेसाव
ने इस अवसर पर सीएचएआई हर्बल कैलेंडर का लोकार्पण किया। बैठक के दौरान इस तथ्य को
रेखांकित किया गया कि भारत में उपलब्ध स्वास्थ्य बीमा सुविधा की अनेक स्कीमें अबतक देश
के करोड़ों लोगों तक नहीं पहुँच पायी हैं। इसलिए सीएचआईए निर्धनों तक लोग-उन्मुख बीमा
स्कीमें पहुँचाने के तरीकों पर विचार कर रही है जिसे अगले साल लागू किया जा सके। नई दिल्ली
में यूएनडीपी के रत्नेश ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में प्रतिभागियों
को कुछ जानकारी प्रदान किया। मिजोरम के आइजोल स्थित संत पौल स्कूल में नवीं कक्षा
की छात्रा श्रेया भारती को उनके श्रेष्ठ निबंध " ट्रीटींग ब्वायस एंड गर्ल्स अलाइक "
के लिए पुरस्कार प्रदान किया गिया। संत जोसेफ धर्मसमाजी सिस्टर शोभना को भी सम्मानित
किया गया जिन्होंने भारत की राष्ट्रपति के हाथों से बेस्ट नाइटेंगल नर्स पुरस्कार प्राप्त
किया था।