केरल, 05 अक्टूबर सन् 2011 (कैथन्यूज़): केरल के मन्नाथावाड़ी धर्मप्रान्त ने रविवार
दो अक्टूबर को, महात्मा गाँधी जयन्ती के उपलक्ष्य में, "सफ़ाई दिवस" मनाया। इसके तहत
उन्होंने रविवार को धर्मप्रान्त के सभी आश्रमों एवं पल्लियों सहित सार्वजनिक स्थलों की
भी सफ़ाई की।
केरल काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति की पहल पर सफ़ाई दिवस का आयोजन
किया गया था।
धर्मप्रान्त के प्रवक्ता फादर थॉमस थेराकाम ने कहा, "लेपटोस्पीरोसिस
को फैलने से रोकने हेतु सरकार को सहयोग प्रदान करना सफ़ाई दिवस का उद्देश्य था।" उन्होंने
बताया कि इस वर्ष धर्मप्रान्त में हैज़े के भी बहुत से प्रकरण पाये गये हैं।
ग़ौरतलब
है कि लैपटोस्पीरोसिस लैपटोस्पीरा किटाणु से फैलता है जो प्रदूषित जल में पाया जाता है।
बुखार, जोड़ों में दर्द तथा उल्टी इसके प्रमुख लक्षण हैं।
फादर थॉमस के अनुसार
इस अभियान को काथलिकों का भरपूर समर्थन मिला।
उन्होंने कहा, "काथलिक लोग प्रायः
अपने घरों की साफ सफ़ाई का ध्यान रखते हैं किन्तु सार्वजनिक स्थलों की सफ़ाई पर भी हमें
ध्यान रखना चाहिये।"
मन्नाथावाड़ी धर्मप्रान्त के अतिरिक्त केरल के तमारासेरी
तथा बेथरी धर्मप्रान्तों ने भी सन् 2009 में चिकुनगुनिया बुखार के फैलने के बाद से सफाई
अभियान शुरु किया है। सामाजिक कार्यों सम्बन्धी मलाबार एक्शन सोसाईटी के अनुसार सन् 2009
में उक्त क्षेत्र के लगभग 70 प्रतिशत लोग चिकुनगुनिया से प्रभावित हुए थे।