2011-10-01 16:01:29

महात्मा गाँधी के अहिंसा के सिद्धांत का पालन करें


नई दिल्ली, 1 अक्तूबर, 2011( कैथन्यूज़) केरल के प्रसिद्ध चित्रकार बाबू एदाक्कुन्नी चाहते हैं कि दुनिया के लोग महात्मा गाँधी के अहिंसा के सिद्धांत का पालन करें। अहिंसा के इस संदेश का प्रचार करने के लिये उन्होंने एक नया तरीका निकाला है।

उन्होंने दिल्ली के इंडिया गेट मे 21 सितंबर से बालू में महात्मा गाँधी के अब तक की सबसे बड़ी तस्वीर बनाना आरंभ किया है जो 2 अक्तूबर, रविवार को गाँधी जयन्ती के दिन यह पूरा हो जायेगा। पेंटिंग की 9.1 मीटर ऊँचाई और चौड़ाई 7.3 मीटर है ।

बाबू एदक्कुन्नी ने बताया कि जब वे दुनिया में व्याप्त दुःख और पीड़ा को देखते हैं तो उन्हें अपार कष्ट होता है इसलिये उन्होंने यह निश्चिय किया कि वह महात्मा गाँधी तस्वीर बनाये ताकि प्रेम और शांति के संदेश को जन-जन तक पहुँचाया जा सके।

बाबू ने बताया कि गाँधी जी की तस्वीर बनाने के लिये उन्होंने 30 विभिन्न रंगो की बालू का उपयोग किया है जिसे उन्होंने उन स्थानों से जमा किया जो गाँधी जी के जीवन से जुड़े हुए हैं।

ये स्थान हैं - नयी दिल्ली, पोरबन्दर, केरल, दक्षिणई अफ्रीका और इंगलैंड। एदाक्कुन्नी ने बताया कि वे चित्र कैनवस में बनाते हैं फिर उसमें चिपकने वाला कुछ द्रव डालते और तब उसमें बालू डाल देते हैं।

उन्होंने कहा उनकी आशा है कि इस पेंटिंग को ‘गिनीस बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्डस’ के लिये विचार किया जाये। इसके लिये रेकॉर्ड समिति से सम्पर्क भी किया जा चुका है।

बाबू ने केरल के ‘स्कूल ऑफ फाइन आर्टस गल थिस्सुर’ में अपनी पढ़ाई लिखाई पूरी की है और कतार के ‘नैशनल कौंसिल फॉर कल्चरल आर्टस एंड हेरिटेज़’ में बालू के साथ चित्रकारी का अभ्यास किया।

उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, सिंगापुर के राष्ट्रपति एस. आर. नाथन तमिनाडू की मुख्यमंत्री जे. जयललिता और हिन्दु देव कृष्णा की तस्वीर पहले ही लिया है।

चित्रकार बाबू चाहते हैं कि महात्मा गाँधी की तस्वीर की नीलामी करें और उससे प्राप्त राशि को लोगों की सेवा के लिये दान कर दें।








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