2011-09-25 16:16:55

जर्मनी के युवाओं के लिए संत पापा का संदेश


फ्रायबुर्ग जर्मनी 25 सितम्बर 2011 (सेदोक, जेनित) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने जर्मनी यात्रा के तीसरे दिन 24 सितम्बर को अपने कार्यक्रमों का समापन युवाओं के लिए आयोजित रात्रि जागरण प्रार्थना सभा के साथ की। फ्रायबुर्ग मेला स्थल पर आयोजित इस समारोह में लगभग 35 हजार युवा शामिल हुए। संत पापा के प्रवचन का केन्द्र बिन्दु थाः ख्रीस्त संसार की ज्योति हैं तथा तुम संसार की ज्योति हो।

संत पापा ने युवाओं से कहा कि वे आज दिनभर इस संध्या उनके साथ होने तथा प्रार्थना में संयुक्त होने के अवसर की आतुरता से प्रतीक्षा करते रहे। निस्संदेह आप में से कुछ लोग विश्व युवा दिवस समारोह में शामिल हुए थे जहाँ आपने शांति, गहन बंधुत्व और आंतरिक खुशी के विशेष माहौल का अनुभव पाया था। मेरी कामना है कि प्रभु हमारे दिलों को स्पर्श करें ताकि आनन्द से भरे साक्षी बनें जो एक साथ प्रार्थना करते तथा एक दूसरे को समर्थन देते हैं।

संत पापा ने आगे कहा- जिस दुनिया में हम रह रहे हैं वहां तकनीकि प्रगति के बावजूद ऐसा प्रतीत होता है कि स्थिति बेहतर नहीं हो रही है। यहाँ अब भी युद्ध और आतंक, भूख तथा बीमारी, घोर निर्धनता तथा निर्मम अत्याचार है। बुराई की उपस्थिति के प्रति हम अपनी आँख नहीं बंद कर सकते हैं। समाज में विद्यमान बुराई के सब रूपों को हम समूल उखाड़ फेकें और निरूत्साह या शिथिल ईसाई नहीं बने रहें। कलीसिया के विरूद्ध तथाकथित स्वघोषित शत्रुओं की अपेक्षा विश्वास के प्रति समर्पण की कमी ने कलीसिया को अधिक क्षति पहुँचाई है।

संत पापा ने कहा कि घोर अंधकार के समय में भी जिनके पास विश्वास है वे प्रकाश तथा नये दिन का सुप्रभात देखते हैं । उन्होंने कहा कि हमारे मानवीय प्रयास या हमारे युग की तकनीकि प्रगति संसार में प्रकाश नहीं लाते हैं लेकिन बारम्बार हम अनुभव करते हैं कि बेहतर और अधिक न्यायी दुनिया बनाने के प्रयास अपनी सीमा तक पहुँच जाते हैं। निर्दोष पीड़ा सहन करना तथा मृत्यु का चरम तथ्य हर व्यक्ति की प्रतीक्षा करती है जो अभेद्य अंधकार जैसा है लेकिन नवीन अनुभवों के प्रकाश से कुछ क्षण के लिए प्रकाशित हो जाता है लेकिन अंत में अँधेरा रहता है। जब हमारे चारों ओर अँधेरा और निराशा है तथापि हम ज्योति देखते हैं, एक लघु, चिंगारी जो ताकतवर और अभेद्य अंधकार से भी अधिक शक्तिशाली होती है।

संत पापा ने कहा कि मृतकों में से जी उठे ख्रीस्त, इस दुनिया में प्रकाशित होते हैं और उन स्थलों में और अधिक आलोकित होते हैं जहाँ मानवीय नजरिये से हर चीज निराशाजनक है। उन्होंने मृत्यु पर विजय पायी है, वे जीवित हैं और उनपर विश्वास, छोटी बत्ती के समान ह, यह अँधेरा को दूर कर देता है। जो लोग ख्रीस्त पर विश्वास करते हैं उनकी आँखें घोर अंधकार के मध्य भी ज्योति तथा नये दिवस के सुप्रभात को देख सकते हैं। ज्योति अकेली नहीं रहती है यह अन्य बत्तियों को भी प्रकाशित कर देती है। हम भी इस दुनिया में अकेले नहीं जीते हैं। जीवन की महत्वपूर्ण चीजों के लिए हम एक दूसरे पर निर्भर होते हैं। विशिष्ट रूप से हमारा विश्वास, हम अकेले नहीं रहते हैं। हम विश्वासियों की महान कड़ी में लिंक हैं। हम एक दूसरे को आदर्श नमूना या अनुकरणीय उदाहरण स्थापित करने के लिए सहायता करते हैं। हम हमारे विचार, काम, स्नेह में दूसरों को सहभागी होने देते हैं तथा समाज में हम कहाँ खड़ें हैं इसे स्थापित करने के लिए एक दूसरे को मदद करते हैं।

संत पापा ने कहा कि ईश्वर के राज्य के लिए अपनी क्षमताओं और उपहारों का उपयोग करने के लिए तथा स्वयं को देने के लिए साहस रखें ताकि आपके द्वारा प्रभु अँधेरा को दूर कर प्रकाश फैलायें। आप चमकते संत बनने की हिम्मत करें जिनकी आँखों और दिलों में ख्रीस्त का प्रेम प्रतिबिम्बित हो और जो संसार में प्रकाश लायें। मुझे विश्वास है कि आप और अनेक युवा यहाँ जर्मनी में आशा के दीप हैं जो छिपे नहीं रहेंगे। आप संसार की ज्योति हैं।








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