बर्लिनः प्रशंसा और विरोध के बीच जर्मनी में सन्त पापा का स्वागत
बर्लिन, 23 सितम्बर सन् 2011 (रायटर): प्रशंसा और विरोधों के बीच गुरुवार को जर्मनी के
लोगों ने सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें का स्वागत किया। यौनाचार, महिलाओं एवं समलिंगकाम
जैसे विषयों पर काथलिक कलीसिया की शिक्षाओं तथा कुछेक काथलिक पुरोहितों द्वारा बच्चों
के यौन शोषण से क्रुद्ध जर्मनी के लगभग चार हज़ार नागरिकों ने गुरुवार को राजधानी बर्लिन
के पोट्सडामर प्लाट्स में विरोध प्रदर्शन किया।
काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें गुरुवार 22 सितम्बर से अपनी मातृभूमि जर्मनी की प्रेरितिक
यात्रा पर हैं। कलीसिया के परमाध्यक्ष का पद ग्रहण करने के बाद से जर्मनी में सन्त पापा
बेनेडिक्ट 16 वें की यह तीसरी यात्रा है तथापि पहली आधिकारिक यात्रा है जिसका निमंत्रण
उन्हें जर्मनी की सरकार तथा वहाँ के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा दिया गया है।
इससे पूर्व सन् 2005 तथा सन् 2006 में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें जर्मनी की प्रेरितिक
यात्राएँ कर चुके हैं।
रविवार 25 सितम्बर तक जारी अपनी इस चार दिवसीय यात्रा
पर सन्त पापा राजधानी बर्लिन, पूर्वी जर्मनी के एरफुर्ट तथा काथलिकों के गढ़ कहलानेवाले
फ्रायबुर्ग नगर का दौरा कर रहे हैं। अपनी यात्रा के पहले दिन गुरुवार को सन्त पापा ने
बुन्डेसटाग यानि जर्मन संसद के निचले सदन के सांसदों को सम्बोधित किया तथा चैन्सलर एनगेला
मेरकेल एवं राष्ट्रपति क्रिस्टियन वुल्फ के साथ औपचारिक मुलाकातें कीं। इसी दिन बर्लिन
के ओलिम्पिया स्टेडियम में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने ख्रीस्तयाग अर्पित किया जिसमें
लगभग एक लाख श्रद्धालु उपस्थित हुए। यह वही स्टेडियम है जिसे, एडोल्फ हिटलर की महिमा
में सन् 1936 के खेलों के लिये निर्मित किया गया था। यहीं पर सन्त पापा ने जर्मनी के
यहूदी नेताओं से भी मुलाकात की।