कास्तेल गांदोल्फो 16 सितम्बर 2011 (जेनित) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने गुरूवार को
उनके द्वारा लिखित पुस्तकों पर लगायी गयी एक प्रदर्शनी को देखा। जर्मन पब्लिशर्स हरदर
तथा वाटिकन पब्लिशिंग हाऊस (लिबरेरिया एडिटरिचे वाटिकाना) द्वारा कास्तेल गांदोल्फो में
आयोजित प्रदर्शनी में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ( जोसेफ राटसिंगर) द्वारा लिखित एवं
विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित लगभग 600 पुस्तकों का प्रदर्शन किया गया। इसी माह संत पापा
की जर्मनी की प्रेरितिक यात्रा को देखते हुए इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। संत
पापा ने प्रकाशकों को उनके समर्पण और प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया कि उनके द्वारा लिखे
गये कार्यों को उन्होंने संसार के सामने लाया है जब वे जर्मनी के प्रेरितिक यात्रा की
तैयारी कर रहे हैं। उनके लिए यह यात्रा इस तथ्य पर चिंतन करने का अवसर होगा ताकि वे देख
सकें कि अपनी प्रेरिताई के द्वारा वे संसार और कलीसिया के लिए क्या कर सकते हैं। संत
पापा ने कहा कि वे भाव विह्वल हैं तथा थोड़ा आश्चर्य भी है कि उन्होंने इतनी सारी पुस्तकों
की रचना की है। उनकी आशा है कि उनके द्वारा लिखे गये शब्दों में जो अंतर्निहित है वह
लोगों को अपना रास्ता पाने के लिए मदद करे। संत पापा ने पुस्तक की रचना और प्रकाशन
से संलग्न सब लोगों को धन्यवाद दिया जो अज्ञात तथा मौन रहकर काम करते हैं। उन्होंने कहा
कि लेखक अपना काम करता है और प्रसिद्धि पाता है लेकिन परदे के पीछे रहकर, बिना दिखाई
दिये काम करनेवाले मौन रहकर भी सब समय उपस्थित रहते हैं उनके प्रति वे गहन कृतज्ञता प्रकट
करते हैं। पुस्तकों की प्रदर्शनी कास्तेल गांदोल्फो में लगायी गयी थी लेकिन यह पर्यटकों
के लिए शुक्रवार तक वाटिकन में भी लगायी जायेगी और फिर 24 सितम्बर तक जर्मनी के फ्रेइरबुर्ग
स्थित हरदर प्रकाशन के मुख्यालय में लगायी जायेगी। वाटिकन पब्लिशिंग हाऊस के निदेशक जुसेप्पे
कोस्ता ने कहा कि संत पापा की रचनाओं और लेखों के पब्लिशर्स होने का अधिकार और यह देखना
कि ये प्रकाशन संसार की अधिकाँश प्रमुख भाषाओं में अनुवादित कर एक साथ लाये गये हैं प्रकाशक
के रूप में लिबरेरिया एडिटरिचे वाटिकाना के लिए महान संतोष की बात है।