2011-09-09 15:00:25

संत पापा ने ब्रिटेन के राजदूत का प्रत्यय पत्र स्वीकार किया


कास्तेल गांदोल्फो 9 सितम्बर 2011 (सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने 9 सितम्बर को कास्तेल गांदोल्फो स्थित प्रेरितिक निवास में वाटिकन के लिए नवनियुक्त ग्रेट ब्रिटेन के राजदूत निजेल बाकर का प्रत्याय पत्र स्वीकार किया। उन्होंने ग्रेट ब्रिटन की महारानी, सरकार और सब ब्रिटिश नागरिकों को शुभकामनाएँ दीं तथा कहा कि कूटनैतिक संबंध स्थापित होने के बाद वाटिकन और ग्रेट ब्रिटेन के मध्य विगत 30 वर्षों में बहुत मधुर संबंध रहे हैं। विगत साल उनकी ब्रिटेन की यात्रा से यह संबंध और अधिक मधुर तथा सुदृढ़ हुआ।
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने धन्य जोन हेनरी कार्डिनल न्यूमन का स्मरण करते हुए कहा कि समाज के बारे में उनकी अंतदृष्टि आज भी सार्थक हैं। उनकी आशा है कि राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक सवालों का समाधान पाने के लिए उनके लेखों से सहायता मिलेगी। उत्तरी आयरलैंड के साथ शांति और मेलमिलाप का प्रसार करने के लिए ब्रिटेन की महारानी के हाल के आयरलैंड दौरे का स्मरण करते हुए संत पापा ने अन्य कार्यों की सराहना की। उन्होंने समस्याओं और शिकायतों को दूर करने के लिए हिंसा से दूर रहने तथा सम्पूर्ण समुदाय में शांति और समृद्धि के लिए पड़ोसियों के साथ बातचीत करने पर बल दिया। उन्होंने स्वस्थ समाज के लिए परिवार और जीवन की रक्षा, युवाओं का सुदृढ़ नैतिक मूल्यों में शिक्षण, निर्धनों और गरीबों के प्रति भ्रातृत्वमय चिंता जैसे अपरिहार्य मूल्यों पर बल दिया ताकि इनके द्वारा स्थानीय समुदाय के निर्माण में सहायता मिले।
संत पापा ने कहा कि काथलिक कलीसिया अपने कार्यालयों और एजेंसियों के द्वारा सामान्य जनता के कल्याण के लिए ख्रीस्तीय दर्शन और सिद्धान्तों तथा मानव प्रतिष्ठा के तहत अपना योगदान देती रहेगी। उन्होंने निर्धन देशों की ऋण माफी तथा विकास के लिए वित्त उपलब्ध कराने की योजनाओं पर वाटिकन और ब्रिटेन द्वारा मिलकर किये गये कार्यों सहित अन्य पहलों का स्मरण किया। विकास की गतिविधियों से दाता राष्ट्रों को भी मदद मिलती है कि न केवल बाजार बनते हैं लेकिन परस्पर सम्मान, सह्दयता और विश्व के लोगों की समृद्धि द्वारा शांति का प्रसार होता है। समग्र मानव विकास के लक्ष्य को देखते हुए उन्होंने कहा कि विकास के वैसे माडल का प्रसार जो तकनीकि ज्ञान और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते हैं इससे विकासशील देशों में भी पर्यावरण संरक्षण को लाभ मिलेगा। संत पापा ने ब्रिटेन के नये राजदूत महोदय को रोमी कार्यालय के सहयोग का आश्वासन देतु हुए उन्हों प्रोत्साहन दिया कि अपने कार्यकाल के दौरान वे सरकार तथा परोपकारी और विकास संबंधी कलीसियाई एजेंसियों के मध्य सहयोग को बढ़ाने के लिए नये उपाय और तरीकों की खोज करें।








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