केरल में बड़े परिवार के लिए पल्लियों द्वारा सहायता
तिरूवनन्तापुरम केरल 1 सितम्बर 2011 (सीएनएस) केरल में काथलिक पल्लियों ने काथलिकों को
परिवार बढ़ाने के लिए मदद करना शुरू किया है क्योंकि राज्य में काथलिक जनसंख्या में कमी
देखी जा रही है। केरल के वायनाड जिले में एक पल्ली द्वारा सन 2011 में एक काथलिक परिवार
में जन्मे पाँचवें बच्चे के लिए 225 डालर की फिक्सड सेविंग्स या बचत राशि दी जा रही है।
कालपेता स्थित संत भिन्सेंट डी पौल फौरान चर्च के विकर फादर जोस कोचराकल ने कहा कि
कलीसिया ने पल्ली के दो परिवारों के लिए बचत राशि देने शुरु किया है। रविवारीय ख्रीस्तयाग
के समय विश्वासियों द्वारा दिये जानेवाले दान में से कुछ अंश बचत राशि के लिए अलग रखे
जाते हैं। उकान समाचार सेवा की रिपोर्ट के अनुसार इस कार्यक्रम की योजना और संचालन सियोन
जीवन समर्थक अभियान की सहायता से किया जा रहा है। इसके क्षेत्रीय संयोजक, सालु मेकेरिल
ने कहा कि इस अभियान की लोकप्रियता बढ़ रही है। एक दूसरी पल्ली इसी तरह की योजना अपनाने
की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि धर्मप्रांत की सब पल्लियों में इस योजना को लागू
करने की दिशा में काम किया जा रहा है। पाँच बच्चों के पिता अब्राहम जेकब चेट्टीपुजहा
ने कहा वे खुश हैं कि कलीसिया जीवन की संस्कृति का प्रसार कर रही है। यह योजना सरकार
की उस पहल के विपरीत है जो अभिभावकों को केवल दो बच्चे होने के लिए प्रोत्साहन देती है।
केरल काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने सन 2008 में कहा था कि परिवारों में केवल एक
बच्चा होने या बच्चे नहीं होने की प्रवृत्ति से काथलिक समुदाय का अस्तित्व खतरे में पड़
जायेगा। केरल मुख्यतः हिन्दु बहुल राज्य है लेकिन सन 2001 की जनगणना के अनुसार केरल की
आबादी का 19 फीसदी ईसाई हैं जो सन 1991 की जनगणना क् अनुसार 19.5 फीसदी थी। मुसलमानों
की आबादी लगभग 25 फीसदी है।