नई दिल्लीः अमरीका ने की भारत में की "लव जिहाद" की जाँचपड़ताल
नई दिल्ली, 30 अगस्त सन् 2011 (कैथन्यूज़): विकीलीक्स से पता चला है कि अमरीकी सरकार
ने भारत में "लव जिहाद" की अफवाहों की जाँच पड़ताल की जिसके तहत मुसलमान पुरुष ग़ैरमुसलमान
महिलाओं को शादी के लिये मजबूर करते तथा उनका धर्मान्तरण करते हैं।
भारत
के ख्रीस्तीय एवं हिन्दु धर्मानुयायियों में, इन अफवाहों को लेकर उत्पन्न रोष के बाद,
अमरीकी वाणिज्य दूत एंड्रयू सिमकिन ने ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स के अध्यक्ष
साजन के. जॉर्ज से मुलाकात की।
लीक किये गये केबल में कहा गया कि कथित साजिश
निराधार है तथा भारत के ख्रीस्तीयों एवं हिन्दुओं में उत्पन्न किये गये भय एवं आशंकाओं
की उपज है।
श्री जॉर्ज इस बात के प्रति आश्वस्त थे कि दक्षिण भारत में मुसलमान
पुरुषों द्वारा ईसाई महिलाओं को विवाह के लिये फुसलाने का ठोस प्रयास किया जा रहा था।
हालांकि, सिमकिन के अनुसार मीडिया और उग्रवादी समूहों के मिथ्या प्रचार के कारण
ग़ैरमुसलमानों में अकारण ही भय उत्पन्न हुआ है।
उन्होंने लिखा, "मीडिया और चरमपंथी
धार्मिक समूह, कर्नाटक में विगत छः वर्षों के दौरान लापता महिलाओं के बारे में अस्पष्ट
बयान प्रकाशित कर भय एवं आशंकाओं को ईंधन दे रहे हैं।"
इस बात पर बल देते हुए
कि "लव जिहाद" की अफवाहें निराधार थीं सिमकिन ने चेतावनी दी ये दक्षिण भारत में चरम सांस्कृतिक
तनाव का संकेत हैं।
विगत कई वर्षों से भारत के ख्रीस्तीय एवं हिन्दु धर्मानुयायियों
में मुसलमान पुरुषों द्वारा महिलाओं को विवाह के लिये बाध्य कर उन्हें मुसलमान बनाना
चिन्ता का विषय रहा है।
सन् 2009 में, एशिया टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया
था कई हिंदू और ईसाई समूह "लव जिहाद" की जांच कर रहे थे तथा अपने सदस्यों को चेतावनी
दे रहे थे। शांति और सदभाव को प्रोत्साहन देने हेतु गठित केरल काथलिक धर्माध्यक्षीय
आयोग के उपाध्यक्ष फादर कोचूपरमपिल ने एशिया टाईम्स को लिखे एक पत्र में कहा है, "सन्
2005 से अब तक लगभग 4000 ख्रीस्तीय लड़कियों को प्रेम जाल में फँसा कर उनका धर्म परिवर्तन
किया गया है।"