विश्व युवा दिवस के धर्मशिक्षा सत्र में महाधर्माध्यक्ष दोलान के विचार
मैड्रिड,स्पेन 18 अगस्त 2011 (सीएनएस) स्पेन की राजधानी मैड्रिड में आयोजित 26 वें विश्व
युवा दिवस समारोह में भाग ले रहे युवाओं के लिए महाधर्माध्यक्षो और धर्माध्यक्षों ने
17 अगस्त को शहर के विभिन्न स्थलों में धर्मशिक्षा सत्रों का संचालन किया। धर्मशिक्षा
सत्रों का आयोजन भाषाओं के अनुसार किया गया ताकि तीर्थयात्री युवा अपनी सुविधा के अनुसार
शामिल हो सकें। सान रिकार्डो चर्च में आयोजित धर्मशिक्षा सत्र में लगभग 350 युवाओं
ने न्यूयार्क के महाधर्माध्यक्ष तिमोथी एम दोलान को सुना जो मुख्यतः आस्ट्रेलिया, अमरीका
और बारबाडोस के थे। महाधर्माध्यक्ष दोलान ने विश्व युवा दिवस के शीर्ष वाक्य से संबंधित
अपनी धर्म शिक्षा में विश्वास ईश्वर की ओर से दिया गया तार्किक उपहार तथा इस विश्वास
को सुदृढ़ रखने का क्या अर्थ है इस पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि सुदृढ़
विश्वास को बनाये रखने का सबसे श्रेष्ठ उपाय है यह स्वीकार करना कि यह कमजोर है। जब हम
स्वीकार करते हैं कि हमारा विश्वास कमजोर है, अस्थिर है, जब हम स्वीकार करते हैं कि हमारा
विश्वास वह नहीं है जो होना चाहिए तब वास्तव में हम अपने विश्वास का अभ्यास करते हुए
इसे और अधिक सुदृढ़ कर रहे हैं। यह हमें कुछ बताता है और इसलिए हम यहाँ विश्व युवा दिवस
में हैं। महाधर्माध्यक्ष दोलान ने कहा कि हमारा विश्वास कमजोर है, अस्थिर है। हम
विश्व भर से आये दस लाख युवाओं के साथ एक होना चाहते हैं जो अपने विश्वास से प्यार करते
हैं और इसे मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं।