मुम्बई में अगले माह पहला क्रिश्चियन आर्ट म्यूजियम होगा
मुम्बई भारत 18 अगस्त 2011 (काथलिक न्यूज) मुम्बई को अगले महीने में पहला क्रिश्चियन
आर्ट म्यूजियम मिलेगा। यह संग्रहालय गोरेगाँव स्थित संत पियुस सेमिनरी के दो हजार वर्गफीट
क्षेत्र में होगा जहाँ कलीसियाई जीवन से संबंधित लगभग 150 वस्तुएँ रखी जाएंगी। इन वस्तुओं
में 200 वर्ष पुरानी चर्च वेदी सहित अनेक संतों की मूर्तियाँ और अन्य वस्तुएँ रखी जाएँगी।
काथलिक चर्च कमिटी ओन हेरिटेज के अध्यक्ष फादर वारनर डिसूजा ने कहा कि यह म्यूजियम
ईसाईयों तथा सामान्य जनता को भी क्रिश्चियन आर्ट एंड कल्टर अर्थात ईसाई कला और संस्कृति
संस्कृति के प्रति आलोकित करेगा। यह दर्शकों और पर्यटकों के लिए आँख खोलने के समान होगा
कि वे क्षेत्र में 6 वीं सदी से ही कलीसिया की उपस्थिति के बारे में जानकारी पा सकेंगे।
चर्च कमिटी की आशा है कि नये संग्रहालय से ईसाईयों में रुचि और चेतना जाग्रत होगी ताकि
वे अपनी विरासतों की रक्षा करने के लिए समुचित उपाय करेंगे। फादर डिसूजा ने कहा कि
इतिहास में रुचि रखनेवाले विद्यार्थियों के लिए अध्ययन सत्रों का आयोजन किया जायेगा।
वे लोगों को अपनी पल्लियों के इतिहास को जानने के लिए प्रोत्साहित करेंगे ताकि अपनी विरासतों
का संरक्षण करने के लिए वे रूचि का विकास कर सकें। संग्रहालय में एक स्थायी तथा एक
अस्थायी प्रदर्शनी होगी। अस्थायी प्रदर्शनी खंड में साल भर विभिन्न मुददों पर प्रदर्शनियाँ
लगायी जायेंगी। म्यूजियम में रखी जानेवाली कलात्मक वस्तुओं से संबंधित विभिन्न विषयों
पर जानकारी देने के लिए छोटे अम्पीथियेटर में आडियो-विजुअल की सुविधा होगी। चर्च
हेरिटेज कमिटी के सदस्य सिटी आर्किटेक्ट अनसली लेविस ने कहा कि इसे ऐसा स्थल बनाने का
हमारा प्रयास है जहाँ दर्शक कलात्मक वस्तुओं के साथ संवाद कर सकें।