पाकिस्तान में ईसाई विरोधी हिंसा के लिए मुसलमान धार्मिक नेताओं की क्षमा याचना
गोजराँ पाकिस्तान 4 अगस्त 2011 (इडब्लयूटीएन) पाकिस्तान में दो मुसलमान धार्मिक नेताओं
ने पँजाब प्रांत के गोजरा गांव में 1 अगस्त 2009 को हुए ईसाई विरोधी हिंसा के लिए उन
लोगों से क्षमा याचना की है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया तथा जिनके घरों और व्यवसाय
को नुकसान पहुँचा था। पाकिस्तान में ईसाई विरोधी हिंसा की उक्त घटना में 8 लोगों की हत्या
हो गयी थी। एसीएन समाचार सेवा की एक रिपोर्ट के अनुसार गोजराँ क्षेत्र में एक मदरसा
के प्रमुख पीर इसरार बिहार शाह तथा एक मस्जिद के संचालक पीर हाफिज अब्दुल हावी ने चरमपंथी
भीड़ द्वारा किये गये हमलों के लिए माफी माँगा। उन्होंने कहा कि भीड़ के ये कृत्य इस्लाम
की भावना के खिलाफ थे। फैसलाबाद धर्मप्रांत में अंतरधार्मिक संवाद और एकतावर्द्धकवाद
संबंधी आयोग के निदेशक फादर अफताब जेम्स पौल ने कहा कि यद्यपि यह आधिकारिक वक्तव्य नहीं
है लेकिन इस क्षमा याचना की बहुत अधिक सार्थकता है। उस दिन की घटना में ये किसी तरह से
शामिल नहीं थे लेकिन दोनों पीर (धर्मी व्यक्ति) ने जो कुछ हुआ इनकी निन्दा करते हुए इसके
लिए पूर्ण माफी का आह्वान किया। फादर अफताब ने कहा कि दोनों पीर क्षेत्र में बहुत प्रभावशाली
और विख्यात हैं। मृतकों की स्मृति में फैसलाबाद के धर्माध्यक्ष जोसेफ कूटस की अध्यक्षता
में 2 अगस्त को गोजराँ में ख्रीस्तयाग समारोह का आयोजन किया गया था जिसमें सैकड़ों ईसाईयों
ने भाग लिया। पहली अगस्त 2009 को लगभग एक हजार लोगों की भीड़ ने ईशनिन्दा के एक प्रकरण
का हवाला देते हुए गोजराँ के ईसाई मुहल्लों में दंगा करते हुए लगभग 150 घरों को आग लगा
दिया था। इस काँड में एक घर में बंद एक परिवार के सात सदस्य जलकर मर गये थे। हिंसा प्रभावित
ईसाईयों के लिए एड टू द चर्च इन नीड संगठन ने राहत सहायता उपलब्ध कराई थी।