मुम्बईः ख्रीस्तीय एवं मुसलमान दलितों के अधिकारों के लिये भारत के ख्रीस्तीय संगठन एकजुट
मुम्बई, 19 जुलाई सन् 2011 (एशियान्यूज़): ख्रीस्तीय एवं मुसलमान दलितों को उनके अधिकार
दिलवाने के लिये भारत के ख्रीस्तीय संगठन एकजुट हो गये हैं।
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन सी.बी.सी.आय., कलीसियाओं की राष्ट्रीय समिति एन.सी.सी.आय., दलित ख्रीस्तीयों
सम्बन्धी राष्ट्रीय समन्वयक समिति एन.सी.सी.डी.सी. तथा दलित ख्रीस्तीयों की राष्ट्रीय
समिति एन.सी. डी.सी. एक साथ मिलकर भूख हड़ताल का आयोजन कर रहे हैं। भूख हड़ताल का उद्देश्य
सरकार पर दबाव डालना है ताकि वह दलित ख्रीस्तीयों एवं दलित मुलसमानों को भी अनुसूचित
जातियों में शामिल अन्य धर्मों के दलितों को दी जानेवाली सरकारी सुविधाएँ प्रदान करे।
25 से 27 जुलाई तक तीन दिवसीय अनशन का आह्वान किया गया है जो 28 जुलाई को संसद
तक प्रदर्शन में अपने चरमोत्कर्ष पर पहुँचेगा।
दलित ख्रीस्तीयों का संघर्ष सन्
1950 से चल रहा है। इसी वर्ष संविधान के तीसरे अनुच्छेद में अनुसूचित जातियों के प्रावधान
को अनुमोदन दिया गया था तथा हिन्दु धर्म के दलितों के लिये सरकारी सुविधाओं की घोषणा
की गई थी। इसके बाद से सन् 1956 और फिर सन् 1990 में ये सुविधाएँ बौद्ध एवं सिक्ख धर्मों
के दलितों के लिये भी विस्तृत कर दी गई थी किन्तु दलित ख्रीस्तीयों एवं दलित मुसलमानों
को इन सुविधाओं से वंचित रखा गया है।