(वाटिकन सिटी 12 जुलाई सीएनए) नवीन सुसमाचार प्रसार संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष
महाधर्माध्यक्ष रिनो फिसीकेला ने यूरोप के कुछ प्रमुख शहरों में पुनः सुसमाचार प्रचार
के लिए नये प्रोजेक्ट का खुलासा किया। उन्होंने लोजरवातोरे रोमानो समाचार पत्र के 12
जुलाई के अंक में लिखा कि लक्ष्य सरल है। बड़े यूरोपीय शहरों में विद्यमान विभिन्न धर्मप्रांतों
के मध्य एकता के चिह्न् देना जो विशिष्ट रूप से धार्मिक उदासीनता से प्रभावित हुए हैं।
11 जुलाई को आयोजित बैठक में बारसिलोना, बुडापेस्ट, ब्रसेल्स, कोलोन, डब्लिन, लिस्बन,
लिवरपूल , पेरिस, दयूरिन, वारसा और वियेना के धर्माध्यक्ष शामिल हुए। महाधर्माध्यक्ष
फिसिकेल्ला ने यूरोपीय शहरों से आये महाधर्माध्यक्षों की शिखर बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने कहा कि ये पहलें शुरू में यूरोप के कुछेक बड़े शहरों तक सीमित रहेंगी ताकि
इस योजना की सार्थकता और सफलता सिद्ध होने पर इसे विश्व के अन्य भागों में भी लागू किया
जा सकेगा। नवीन सुसमाचार प्रसार कार्यक्रम में शामिल की जानेवाली कुछ पहलें हैं- सुसमाचार
का सतत अध्ययन, स्थानीय धर्माध्यक्ष युवाओं, परिवारों तथा नवदीक्षार्थियों को सिखायें,
पापस्वीकार संस्कार की महत्ता, परिवार तथा परोपकार के काम का प्रसार करना। महाधर्माध्यक्ष
फिसिकेल्ला के अनुसार ये कार्यक्रम आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहल पर हैं। बडे शहरों को
लक्ष्य बनाकर चलाये जानेवाले मिशन उन लोगों पर केन्द्रित रहेंगे जो विश्वास का जीवन जीते
हैं लेकिन बहुधा जिनमें एक तरह से जागरूकता का अभाव है कि यह कैसे दिनचर्या को प्रभावित
करे। इस मिशन का यह भी लक्ष्य है कि धर्म तथा विश्वास से दूर रहने वालों को भी शामिल
करे जो किसी न किसी तरह येसु ख्रीस्त के व्यक्तित्व के प्रति आकर्षित हैं। संत पापा
बेनेडिक्ट 16 वें ने सन 2010 में नवीन सुसमाचार प्रसार संबंधी परमधर्मपीठीय समिति की
स्थापना की थी। उन्होंने कहा था कि पारम्परिक रूप से ईसाई जड़ों वाले देशों में नवीन
सुसमाचार प्रसार को वे बढ़ावा देना चाहते हैं जहाँ समाज में बढ़ती धार्मिक उदासीनता तथा
एक प्रकार से ईश्वर रहित भावना के तहत जीवन जीया जा रहा है।