2011-07-12 10:49:48

रोमः "कोर ओनुम" के अध्यक्ष के अनुसार केवल भोजन और वस्त्र ही पर्याप्त नहीं


रोम, 12 जुलई सन् 2011 (सेदोक): काथलिक कलीसिया के कल्याणकारी कार्यों का समन्वयन करनेवाली समिति "कोर ओनुम" के अध्यक्ष कार्डिनल रॉबर्ट साराह ने कहा कि अनेक देशों में निर्धन लोग, भोजन और वस्त्र से अधिक, ईश्वर के लिये तड़प रहे हैं।

विगत सप्ताहान्त रोम में आयोजित कल्याणकारी संस्थाओं के सम्मेलन में बोलते हुए कार्डिनल साराह ने कहा "मैं आज यहाँ नहीं होता यदि मैंने अपने लिये उन मनुष्यों को मरते नहीं देखा होता जिन्होंने मुझे विश्वास और संस्कृति का पाठ पढ़ाया।"

गिनी के मूल निवासी कार्डिनल सराह ने स्मरण दिलाया कि उदारता ईश्वर से आती है। उन्होंने कहा कि हमें केवल तकनीकी विदों की आवश्यकता नहीं अपितु उससे भी अधिक ज़रूरत है "ख्रीस्त के गवाहों की विशेष रूप से यदि वे मिशन क्षेत्रों में कार्यरत हों।"

अस्सी के दशक में अफ्रीकी देश गिनी में ख़ुद अत्याचारों को सहने वाले कार्डिनल साराह ने कहा कि अनेक देशों में "वास्तविक अभाव खाद्य पदार्थों एवं वस्त्रों का नहीं है अपितु ईश्वर का है और यही खालीपन समाज में पीड़ा को जन्म देता है।"

अफ्रीका में निर्धनता के कारण पर बोलते हुए कार्डिनल महोदय ने कहा कि इसके लिये स्थानीय राजनीतिज्ञ और साथ ही विदेशी निवेशकर्त्ता भी ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि हम अपनी ज़िम्मेदारियों से इनकार नहीं कर सकते तथापि सत्ताधारी लोग इसके लिये अधिक ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी समाज में भ्रष्ट व्यक्ति हैं तो इस बात से भी नकारा नहीं जा सकता कि उन्हें भ्रष्ट करनेवाले भी मौजूद हैं।

कार्डिनल साराह ने कहा कि इस बात को कदापि न भुलाया जाये कि युद्ध, शोषण को प्रश्रय देता है और इसमें किसी तरह के नियम का पालन नहीं किया जाता।








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