आन्ध्र प्रदेशः सरकारी सुविधाओं के लिये दलित हिन्दु धर्म अपना रहे हैं
आन्ध्र प्रदेश, हैदराबाद, पाँच जुलाई सन् 2011 (कैथन्यूज़): कूरनूल के काथलिक धर्माध्यक्ष
एन्थोनी पूला ने इस बात के प्रति सचेत कराया है कि अनुसूचित जाति सम्बन्धी सरकारी सुविधाओं
से वंचित रहने के कारण अनेक दलित ईसाई, हिन्दु धर्म अपना रहे हैं।
धर्माध्यक्ष
पूला ने कहा कि अन्य धर्मों के दलितों के समान ख्रीस्तीय दलितों को सरकारी नौकरियों,
नियुक्त ईकाइयों तथा शिक्षण संस्थाओं आदि की सुविधा नहीं मिलती है।
पहली जुलाई
को, "दलित ख्रीस्तीयों का प्रश्न" शीर्षक से हैदराबाद में आयोजित शिविर में बोलते हुए
धर्माध्यक्ष महोदय ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि भारतीय नागरिक की पहचान करनेवाला
पहला तत्व उसकी जाति होती है तथा चाहे वह किसी भी धर्म का क्यों न हो उसकी जाति नहीं
बदलती।
उक्त शिविर में आन्ध्र प्रदेश के मुख्य मंत्री किरण कुमार रेड्डी तथा
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सम्बन्धी संघीय मंत्री गुलाम नबी आज़ाद भी शामिल थे। इसमें
विधि निर्माताओं, धर्माध्यक्षों, पुरोहितों एवं अन्य कलीसियाई तथा सरकारी उच्चाधिकारियों
सहित 230 ख्रीस्तीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
धर्माध्यक्ष पूला ने इस बात पर
गहन चिन्ता व्यक्त की कि भारतीय जनता पार्टी ख्रीस्तीय दलितों को अनुसूचित जाति का दर्जा
देने का बहिष्कार करती रही है जबकि काँग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है।