मुंबईः टेलिविजन एग्जेक्युटिव नीरज ग्रोवर की हत्या के फ़ैसले पर पुनर्विचार की मांग
मुंबई, 4 जुलाई सन् 2011 (कैथन्यूज़): मुंबई के टेलिविजन एग्जेक्युटिव नीरज ग्रोवर की
हत्या के फ़ैसले पर पुनर्विचार की मांग करते हुए रविवार को मुम्बई के मलाड उपनगर
में नीरज ग्रोवर के मित्रों एवं समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किये। प्रदर्शनकारियों का
कहना है कि हत्या जैसा घृणित अपराध करनेवालों को जो सज़ा दी गई है वह बहुत कम है।
विगत
सप्ताहान्त, मुम्बई के सेशन कोर्ट ने एमिली जेरोम मैथ्यू को, ग़ैरइरादतन हत्या का दोषी
करार दे 10 साल की सज़ा तथा कन्नड़ अभिनेत्री मारिया सुसईराज को प्रमाण नष्ट करने का
दोषी बताकर तीन साल की सज़ा सुनाई थी। चूँकि, अभिनेत्री सुसईराज सन् 2008 से तीन साल
की सज़ा काट चुकी हैं उन्हें रिहा कर दिया गया।
इस बीच, नीरज ग्रोवर के पिता
तथा उनके मित्रों ने इस फैसले पर असंतुष्टि जताई है। उनका कहना है कि हत्या एक जघन्य
अपराध है तथा इस अपराध का दोषी जेरोम अकेला नहीं है अपितु मारिया भी उतनी ही दोषी हैं।
लगभग 100 प्रदर्शनकारियों ने जेरोम तथा मारिया सुसईराज के विरोध में झण्डे फहराये
तथा कहा कि न्याय के लिये अपनी मांग को वे बरकरार रखेंगे।
ग्रोवर के मित्र वृत्तचित्र
निर्माता अशोक पंडित ने बताया कि आगामी दिनों देहली, लखनऊ तथा ग्रोवर के जन्मस्थल कानपुर
में भी प्रदर्शन किये जायेंगे ताकि लोगों में यह चेतना जाग्रत की जा सके कि सभी नागरिक
न्याय के अधीन हैं। उन्होंने कहा कि कि वे उच्च अदालत तक अपील करना चाहते हैं क्योंकि
हत्या के अपराध को यों ही नहीं छोड़ा जा सकता।
मुंबई के टेलिविजन एग्जेक्युटिव
नीरज ग्रोवर की हत्या सन् 2008 में कर दी गई थी। जेरोम ने हत्या के बाद ग्रोवर के शव
के टुकड़े कर उसे जला डाला था जबकि मारिया सुसईराज ने हत्या के सबूतों को नष्ट करने में
मदद की थी।