अम्बिरिका पानेवाले महाधर्माध्यक्षों और उनके संबंधियों के लिए संत पापा का संदेश
(वाटिकन सिटी 30 जून सेदोक, वी आर अंग्रेजी) प्रेरित संत पेत्रुस और प्रेरित संत पौलुस
के महापर्व के दिन 29 जून को पालियुम पानेवाले 40 महाधर्माध्यक्षों और उनके परिजनों,
मित्रों और संबंधियों को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने 30 जून को संत पापा पौल सभागार
में आयोजित कार्यक्रम में अंग्रेजी सहित यूरोपीय मूल की अन्य भाषाओं में सम्बोधित किया।
उन्होंने भारत में हैदराबाद के महाधर्माध्यक्ष थुम्मा बाला सहित अमरीका, फिलिपीन्स, कोरिया,
तंजानिया दक्षिण अफ्रीका, मलावी, नाईजीरिया, और जमैका के सब अंग्रेजी भाषी महाधर्माध्यक्षों
का नाम लेकर कहा कि वे महाधर्माध्यक्षों, उनके परिजनों, संबंधियों, मित्रों और महाधर्मप्रांतों
से आये विश्वासियों का स्वागत करते हैं जो उनके साथ प्रार्थना करने तथा उनके आनन्द में
सहभागी होने के लिए रोम आये हैं। संत पापा ने कहा कि महाधर्माध्यक्षों ने पालियुम
अर्थात अम्बिरिका को संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी के हाथों से पाया है। यह महाधर्माध्यक्षों
द्वारा पहना जाता है जो ईश प्रजा के संचालन में तथा प्रेम और विश्वास में सामुदायिकता
का चिह्न है। यह महाधर्माध्यक्षों को ख्रीस्त के दिल के समानवाले गडेरिये होने की जिम्मेदारियों
का स्मरण कराता है। अंत में संत पापा ने ईश्वर को धन्यवाद दिया कि वे असीम भलाई में
कलीसिया में मेषपालों की कमी नहीं होने देते। उन्होंने सबके प्रति अपनी आध्यात्मिक समीपता
का आश्वासन देते हुए महाधर्माध्यक्षों से कहा कि ख्रीस्त के प्रेम से संयुक्त रह साहस
और दृढ़तापूर्वक मेषपालीय सेवा देते रहें। सब महाधर्माध्यक्षों के लिए प्रेरितों की रानी
कुँवारी माता मरिया के संरक्षण की कामना करते हुए संत पापा ने सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद
दिया।