मोंतेनेगरो के प्रधानमंत्री की संत पापा बेनेडिक्ट के साथ मुलाकात
(वाटिकन सिटी 24 जून सेदोक) मोंतेनेगरो के प्रधानमंत्री इगोर लुकसिक ने 24 जून को वाटिकन
में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें का साक्षात्कार किया। प्रधानमंत्री लुकसिक ने वाटिकन राज्य
सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने और वाटिकन के विदेश मामलों के अधिकारी महाधर्माध्यक्ष
दोमनिक मेम्बेरती के साथ भी मुलाकात की।
वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा जारी
विज्ञप्ति में बताया गया कि सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न बातचीत वाटिकन और मोंतेनेगरो
के मध्य बुनियादी समझौते पर केन्द्रित रही जिसके बाद समझौते पर कार्डिनल बेरतोने और प्रधानमंत्री
इगोर ने हस्ताक्षर किये। समझौते के अनुसार विशिष्ट रूप से काथलिक चर्च तथा नागर समाज
के मध्य उसके विभिन्न संस्थानों को वैधानिक दर्जा देने से संबंधित है। इसके साथ ही यह
समझौता लगभग 5 साल पहले स्वतंत्रता मिलने के समय के साथ ही मोंते नेगरो और वाटिकन के
मध्य विद्यमान मधुर संबंध की भी पुष्टि करता है। कार्डिनल बेरतोने और प्रधानमंत्री
लुकसिक के बीच सम्पन्न बातचीत ने वर्तमान अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति पर तथा विशेष रूप से
यूरोपीय और यूरो अटलांटिक एकीकरण के संदर्भ में विचारों के फलप्रद आदान-प्रदान का अवसर
दिया। इसके साथ ही मोंतेनेगरो की सरकार द्वारा देश में विभिन्न जातीय और धार्मिक समुदायों
के मध्य शांति और सौहार्द के प्रसार के लिए किये कार्यों और समर्पण पर चर्चा की गयी।
दोनों पक्षों ने कलीसिया और राज्य के परस्पर हित से जुड़े मुद्दों पर रचनात्मक संवाद
को जारी रखने की इच्छा व्यक्त की।
साम्यवादी राष्ट्र यूगोस्लाविया के विघटन के
बाद बना दक्षिण यूरोपीय देश मोंतेनेगरो का क्षेत्रफल मात्र 14 हजार वर्गकिलोमीटर तथा
आबादी मात्र 6 लाख 70 हजार है। रोम से लगभग 500 किलोमीटर की दूरी पर यह आड्रियाटिक सागर
के तट पर स्थित है। इस देश का 9 वीं सदी से ही समृद्ध इतिहास रहा है। यह अपनी उत्पत्ति
बिजेनटाइन साम्राज्य के वासल राज्य के रूप में देखता है। मोंतेनेगरो इस समय यूरोपीय संघ
और नार्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (नाटो), का सदस्य बनने का उम्मीदवार है।