2011-06-15 12:16:03

न्यू यॉर्कः लोगों की प्रतिष्ठा संयुक्त राष्ट्र संघ की मान्यता से कहीं अधिक श्रेष्ठ, वाटिकन


न्यू यॉर्क 15 जून सन् 2011 (सेदोक): वाटिकन ने कहा है कि लोगों की प्रतिष्ठा संयुक्त राष्ट्र संघ की मान्यता से कहीं अधिक श्रेष्ठ है।

विगत शुक्रवार को न्यू यॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघीय मुख्यालय में एड्स एवं एच.आ.वी. वाईरस पर संयुक्त राष्ट्र संघ की एक राजनैतिक घोषणा को सर्वसम्मति से अनुमोदन प्रदान किया गया था। इस अवसर पर वाटिकन के प्रतिनिधिमण्डल ने एड्स महामारी पर कुछ बिन्दुओं को स्पष्ट किया।

तीस वर्षों पूर्व एड्स एवं एच.आई.वी. वाईरस का पता लगाया गया था तथा इन तीस वर्षों में तीन करोड़ व्यक्ति इस महामारी के कारण मरे हैं।

संयुक्त राष्ट्र संघ में परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक, वाटिकन के वरिष्ठ महाधर्माध्यक्ष फ्राँसिस चुल्लीकट्ट की ओर से वक़ालात की प्राध्यापिका जेन अडोल्फी ने वाटिकन के पक्ष को रखा।

उन्होंने कहा कि सामान्य मत के विपरीत मानव व्यक्ति बेहतर, अधिक मज़बूत तथा अधिक क्षमता वाला है। उन्होंने कहा कि मानव व्यक्ति की मर्यादा संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा उसे दी गई मान्यता से कहीं अधिक श्रेष्ठ है।

एड्स एवं एच.आई.वी. संक्रमण के निवारण के लिये महाधर्माध्यक्ष चुल्लीकट्ट ने कहा कि मानव के ग़ैरज़िम्मेदार एवं ख़तरनाक आचरण को ज्यों का त्यों स्वीकार नहीं किया जाना चाहिये बल्कि यह स्वीकार किया जाना चाहिये कि मानव व्यक्ति में ग़ैरज़िम्मेदार आचरण को बदलने की क्षमता है।

इस बात पर बल देकर कि एड्स मात्र आँकड़ों एवं इस महामारी के निवारण हेतु अपनाई गई योजनाओं के बारे में ही नहीं है, महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "यदि हम एड्स रोगियों एवं एच.आई.वी. संक्रमण के साथ जी रहे व्यक्तियों में इस रोग के मानवीय आयाम को स्वीकार नहीं करेंगे तो इसके निवारण एवं रोकथाम के लिये बनाई जा रहीं नीतियों, कार्यक्रमों एवं राजनैतिक वकतव्यों का कोई महत्व नहीं रह जायेगा।

इस रोग पर काथलिक कलीसिया की शिक्षा की पुनरावृत्ति करते हुए महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि रोग के विस्तार को रोकने के लिये अब तक, विश्वव्यापी रूप से, प्रभावात्मक, सुरक्षित एवं समर्थ साबित हुआ माध्यम परहेज़, विश्वसनीयता एवं ग़ैरज़िम्मेदाराना आचरण को दूर करना रहा है। इसके अतिरिक्त, उन दवाओं की विश्वव्यापी उपलभ्यता की ज़रूरत है जो रोग के विस्तार को रोक सके जैसे गर्भवती माताओं से बच्चों में।








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